आरयू ब्यूरो, लखनऊ। कई देशों में दहशत फैलाने वाले कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रॉन की भारत में इंट्री ने सबको चिंता में डाल रखा है। इस बीच यूपी के वित्त एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रॉन से निपटने के लिए यूपी सरकार पूरी तरह सक्षम है। जनता को ओमीक्रॉन से भयभीत होने की जरूरत नहीं है।
साथ ही कहा कि ओमीक्रॉन, डेल्टा प्लस से कम खतरनाक है और योगी सरकार इससे निपटने में पूरी तरह सक्षम है। ओमीकन की जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए पीजीआइ, केजीएमयू व लोहिया संस्थान को निर्देश दे दिए गए हैं। विधानभवन स्थित अपने कार्यालय में पत्रकारों से वार्ता करते हुए यूपी के वित्त एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने बताया कि, सरकार कोरोना के गंभीर रुप को काबू कर कोरोना को न्यूनतम स्तर पर लाने में सफल रही है।
वहीं ओमीक्रॉन के अब तक देश में छह केस में से दो कर्नाटक व चार राजस्थान के हैं। डर समस्या का समाधान नहीं है। प्रदेश सरकार ने सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की हैं। किसी को भयभीत होने की आवश्यकता नहीं है। सुरेश खन्ना ने बताया कि, विशेषज्ञों की राय है कि यह डेल्टा प्लस से कम खतरनाक है।
वहीं डीजी हेल्थ डॉ. वेदब्रत ने बताया कि, उत्तर प्रदेश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रॉन को लेकर गाइडलाइन जारी कर दी गई है। कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर का पालन कराने के साथ वैक्सीनशन के लिए कहा जा रहा है। फोकस टेस्टिंग भी शुरू कर दी गई है। शिक्षण संस्थानों, रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन, चिकित्सा संस्थानों में कर्मियों की जांच की जा रही है। एयरपोर्ट पर हर यात्री की आरटीपीसीआर जांच के निर्देश दिए गए हैं। इनमें उन पर खास नजर रखी जाएगी, जो ओमीकन पीड़ित देश से आ रहे हैं।
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विदेश से आने वाला कोई भी यात्री अगर कोरोना संक्रमित पाया जाता है तो हर हाल में उसे आइसोलेशन में रहना होगा। और यदि नेगेटिव आता है तो होम क्वारेंटाइन में रहना होगा। इस यात्री की आठवें दिन फिर जांच होगी, नेगेटिव आने पर क्वारेंटाइन खत्म हो जाएगा। लखनऊ और वाराणसी में अंतराष्ट्रीय फ्लाइट्स आती है इसलिए आइसोलेशन के लिए अलग से चिकित्सालय चिन्हित किये गए हैं।