आरयू ब्यूरो, लखनऊ। भाजपा ने बसपा सुप्रीमो मायावती के ‘‘एक देश एक चुनाव‘‘ पर दिये गए बयान पर पलटवार करते हुए गुरुवार को कहा कि जिनकी पार्टी के अंदर ही लोकतंत्र नहीं है। वही लोकतंत्र बचाने की दुहाई दे रहीं हैं।
आज बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने कहा कि सर्वदलीय बैठक में मायावती का न जाने का तर्क झूठ का पुलिंदा है। मनीष ने मीडिया के माध्यम से मायावती को याद दिलाते हुए कहा कि एक राजनैतिक दल द्वारा ईवीएम हैक करने के आरोप पर जब चुनाव आयोग ने सभी दलों के प्रतिनिधियों को बुलाया था तो आप या बसपा का कोई प्रतिनिधि उस बैठक में नहीं गया था, इसलिए ये कहना कि अगर ईवीएम पर बैठक होती तो मैं जाती-यही वास्तविक ढकोसला है।
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मनीष शुक्ला ने मायावती को निशाना बनाते हुए आगे कहा कि एक ओर मायावती लोकतंत्र की दुहाई दे रही है, वहीं दूसरी तरफ सर्वदलीय बैठक जैसी लोकतांत्रिक व्यवस्था में भाग नहीं ले रही है। आपके पास एक देश एक चुनाव से असहमति के ठोस तर्क थे तो आपको फोरम पर उनको ऑन रिकार्ड रखना चाहिए था।
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प्रदेश प्रवक्त ने मायावती के बयान ‘‘जनता का विश्वास काफी चिंताजनक स्तर तक घट गया है‘‘ पर सवाल करते हुए पूछा कि 17वीं लोकसभा में सर्वाधिक मतदान हुआ है क्या ज्यादा मतदान होना घटते विश्वास का प्रतीक है?
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मनीष ने पलटवार जारी रखते हुए कहा कि सच्चाई ये है कि बसपा समेत अन्य विपक्षी दल अपनी हार का वास्तविक कारण का विश्लेषण नही कर रहे, बल्कि सरकार द्वारा जनहित एवं देशहित के कदम उठाने पर सवाल खड़ा कर अपनी हार की भड़ास निकाल रहें हैं।