आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। पारा इलाके में आज उस समय दिल दहला देने वाला एक हादसा हो गया जब लोगों से भरी ट्रैक्टर ट्राली भूहर ओवरब्रिज से नीचे जा गिरी। हादसे में तीन महिलाओं समेत चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गयी। जबकि 51 लोग घायल हो गए। घायलों में दर्जनभर लोगों की हालत गंभीर बतायी जा रही है। बिना रेलिंग वाले ओवरब्रिज पर हादसा उस समय हुआ जब ट्राली सवार लोग बाराबंकी के देवा शरीफ में जियारत करने और मेला देखने के बाद वापस कन्नौज लौट रहे थे। हादसे के बाद घटनास्थल से लेकर ट्रामा सेंटर तक कोहराम मचा था।
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इंस्पेक्टर पारा अखिलेश पाण्डेय ने बताया कन्नौज जिले के करीब 55 लोग एक ट्रैक्टर ट्राली पर सवार होकर बाराबंकी के देवा शरीफ कल जियारत करने पहुंचे थे। आज सुबह वह लोग बाराबंकी से वापस लौटने के लिए निकले थे। ट्रैक्टर ट्राली भूहर रेलवे ओवर ब्रिज पर पहुंची थी, तभी चालक ने वाहन से अपना नियंत्रण खो दिया। जिसके बाद ट्रैक्टर ट्राली करीब 40 फिट नीचे जा गिरी।
मची चीख-पुकार तो सहायता के लिए दौड़ें ग्रामीण
वाहन के नीचे गिरते ही चीफ-पुकार मच गयी। ग्रामीणों ने तत्काल मौके पर पहुंचते ही राहत और बचाव कार्य शुरू करने के साथ ही इसकी जानकारी पुलिस को दी। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों की सहायता से करीब 30 घायलों को इलाज के लिए ट्रामा सेंटर पहुंचवाया। घायलों में बड़ी संख्या में बच्चे भी शामिल हैं।
तीन महिला व एक पुरुष की मौके पर ही मौत
इंस्पेक्टर पारा ने बताया कि हादसे के बाद तीन महिलाओं समेत एक पुरुष की मौके पर ही मौत हो गयी। जबकि कई को बेहद गंभीर स्थिति में ट्रामा सेंटर भेजा गया है। घायलों की स्थिति को देखते हुए मरने वालों की संख्या में वृद्धि होने की आशंका जतायी जा रही है। हालांकि गनीमत रही कि जिस समय ट्रैक्टर ट्राली नीचे गिरी तो वहां से कोई वाहन नहीं गुजर रहा था। नहीं तो हादसा और भी दर्दनाक रूप ले लेता।
लाई का पैकेट बना हादसे की वजह!
वहीं हादसा होने की वजह के बारे में लोगों का कहना था कि देवा शरीफ से लौटते समय लाई का पैकेट लोगों ने ट्रैक्टर के किनारे लटका रखा था। ओवरब्रिज पर पैकेट सड़क पर गिरकर ट्राली के पिछले पहिए के नीचे आ गया। जिसे मुड़कर चालक देख ही रहा था कि वाहन समेत ओवरब्रिज के नीचे जा गिरा। हालांकि कुछ लोग रात में सफर करने के दौरान नींद नहीं पूरी होने को भी हादसे की वजह मान रहे थे।
स्थानीय लोगों ने बताया रेलिंग नहीं होने से हुआ हादसा
वहीं मौके पर जुटे लोगों का कहना था कि ओवरब्रिज पर रेलिंग नहीं होना ही हादसे की सबसे बड़ी वजह है। कई बार शिकायत के बाद भी विभाग की ओर से रेलिंग नहीं लगायी जा रही है। रेलिंग होती तो ट्राली के उससे टकराने पर इतना बड़ा हादसा नहीं होता। इसके अलवा पहले भी ओवरब्रिज से वाहनों के नीचे गिरने से लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है, लेकिन संबंधित विभाग नींद से नहीं जाग रहा है।
51 में सात घायलों की नहीं हो सकी शिनाख्त
दूसरी ओर ट्रॉमा सेंटर के मीडिया प्रभारी पंकज सिंह ने बताया कि कुल 55 लोग ट्रामा सेंटर पहुंचे थे, जिनमें से चार की पहले ही मौत हो चुकी थी। वहीं 51 लोगों को अस्पताल के विभिन्न विभागों में भर्ती कर उनका उपचार किया जा रहा है। घायलों में 44 लोगों की पहचान कन्नौज जिले के रहने वालों के रूप में हुई है। वहीं अस्पताल में भर्ती सात अन्य घायलों की रात तक शिनाख्त नहीं हो सकी थी। हालांकि समझा जा रहा है कि बाकी के घायल भी कन्नौज के ही निवासी रहने वालें होंगे।
मृतक के परिजनों को दो लाख व घायलों को मिलेगा 50 हजार
वहीं हादसे की भयावहता को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ में शाम को मुआवजे का ऐलान कर दिया है। हादसे में जान गंवाने वाले मृतकों के परिवारीजनों को दो लाख और गंभीर घायलों को पचास हजार रुपये देने की घोषणा सीएम ने की है।