आरयू ब्यूरो
लखनऊ। पारा इलाके की रामविहार कालोनी में मंगलवार को रिटायर्ड फौजी की बेटियों की हत्या किसी और ने नहीं बल्कि उनके मकान के सामने रहने वाले युवक ने बदला लेने के लिए ही की थी। पुलिस ने सनसनीखेज घटना के चौबिस घंटे के अंदर ही युवक को गिरफ्तार कर राहत की सांस ली है। दूसरी ओर दोहरे हत्याकांड के पीछे की सच्चाई का पता चलते ही रामविहार कॉलोनी के लोग भी सन्न रह गए।
एसएसपी दीपक कुमार ने आज प्रेसवार्ता कर बताया कि घर के सामने ही रहने वाला सौरभ शर्मा उर्फ सोनू लाल बहादुर सिंह की बड़ी बेटी आरती के साथ बैंकिंग की तैयारी कर रहा था। एक ही मोहल्ले में रहने और साथ स्टडी करने के चलते दोनों का एक दूसरे के घर आना-जाना था। बीते रविवार को आरती एक अन्य युवक के साथ ‘बाहुबली 2’ फिल्म देखने मॉल में गई थी। यह बात सौरभ को पता चली तो वह आपे से बाहर हो गया। कल सुबह लाल बाहदुर सिंह और उनकी पत्नी को घर से जाता देख।
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युवक हत्या करने की नियत से कैंची और पेचकस लेकर उनके घर पहुंचा। डोर बेल बजाने पर छोटी बहन अंतिमा ने दरवाजा खोला जिसके बाद सौरभ ने उस पर हमला कर दिया। चीख सुनकर आरती ने छोटी बहन को छोड़ने का निवेदन किया, लेकिन जुनून में पागल हो चुके सौरभ ने बेरहमी से दोनों की हत्या कर डाली।
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वहीं दूसरी ओर सौरभ का कहना था कि आरती और वह एक दूसरे को 2011 से जानते थे, लेकिन आरती कुछ समय से उसे धोखा दे रही थी। बीते रविवार को भी आरती दूसरे के साथ मोटरसाइकिल पर बैठकर ‘बाहुबली 2’ देखने एक मॉल में गई थी। जिसके बाद उसने तय कर लिया था कि आरती अगर उसकी नहीं हुई तो किसी की नहीं होगी।
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आरती को घर में अकेला समझकर पहुंचा था सौरभ
सौरभ ने पुलिस को बताया कि उसे पता था कि अंतिमा रोज सुबह कॉलेज चली जाती है, जबकि उसके मां-बाप के अस्पताल जाने की जानकारी उसे हो गई थी। वह सिर्फ आरती की हत्या करने ही घर पहुंचा था, लेकिन घंटी बजाते ही अंतिमा ने दरवाजा खोलते ही बताया कि आज उसकी तबियत ठीक नहीं है, इसलिए वह घर पर है। जबकि आरती के बारे में उसने बताया कि वह नहा रहीं है। मौका हाथ से निकलने के डर और आरती की हत्या करने के लिए बेचैन सौरभ ने अंतिमा को भी नहीं बख्शा। इस दौरान अंतिमा ने सौरभ का बाल नोंच लिया था, जो घटना के बाद पुलिस को अंतिमा के हाथ में मिला था।
शक न हो इसलिए परिवार वालों को भी देता रहा दिलासा
पुलिस और लोगों के शक से बचने के लिए शातिर सौरभ दो हत्या करने के बाद भी सामान्य बना रहा है। इस दौरान न सिर्फ व फौजी परिवार को दिलासा देता रहा, बल्कि पुलिस की गतिविधियों पर भी नजर रखे था।
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कॉल डिटेल से हुआ खुलासा
हत्या के बाद सौरभ ने बचने की पूरी कोशिश की। उसने आरती के मोबाइल से न सिर्फ कॉल लॉग, मैसेज व अन्य चीजे डिलीट की, बल्कि बॉथरूम में अपने खून के दाग भी धोए। लेकिन पुलिस ने आरती के कॉल डिटेल निकलवाए तो उसमें सौरभ से ज्यादा बात होने की बात सामने आई। क्राइम ब्रांच और पारा पुलिस ने आज भोर में सौरभ को उसके घर से गिरफ्तार करते हुए सख्ती कि तो उसने पूरी कहानी उगल दी।
सनसनीखेज खुलासे में इनका रहा अहम योगदान
स्वॉट टीम प्रभारी फजलुर्रहमान खान, सर्विलांस प्रभारी अमरेश त्रिपाठी, एसआई संजय कुमार द्विवेदी, हेड कांस्टेबल योगेन्द्र कुमार, रामनरेश कन्नौजिया, प्रभात कुमार, गोविन्द, अशीष यादव, सुनील यादव व अन्य। एसएसपी ने गुडवर्क करने वाली इस टीम को पांच हजार नकद इनाम देने की घोषणा की है।