आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार को भाजपा सरकार पर हमला बोलने के साथ ही लोकसभा चुनाव में होने वाले महागठबंधन पर भी मीडिया के सामने अपनी राय रखी है।
सपा अध्यक्ष ने आज अपने एक बयान में महागठबंधन पर बात करते हुए कहा कि चुनाव से पहले हमारा ऐसा गठजोड़ होगा जो भाजपा का सत्ता से सफाया करेगा। इस दिशा में प्रयास हो रहे हैं। सपा के लिए मुख्य प्राथमिकता हैं कि पहले संगठन मजबूत करें।
वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती के बाद आज सपा अध्यक्ष ने भी कह दिया है कि सपा सीट बंटवारे के मामले में उनकी पार्टी सपा सम्मानजनक फैसला लेगी। हालांकि उन्होंने भी सम्मानजनक के संदर्भ में सीटों की संख्या अभी स्पष्ट नहीं की है। वहीं उन्होंने ये भी कहा कि भाजपा को सत्ता से हटाने में क्षेत्रीय दलों की बड़ी जिम्मेदारी होगी। पश्चिम बंगाल में जहर फैलाया जा रहा है। मैं ममता जी की रैली में जाऊंगा। साथ ही अखिलेश ने आज एक बार फिर मतदान बैलट पेपर से कराने की मांग की।
मीडिया से बातचीत में सत्ताधारी दल को निशाने पर लेते हुए सपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा सरकार की देश विरोधी नीतियों से जनता निजात चाहती है। कालाधन, भ्रष्टाचार और जीएसटी के मुद्दे पर भाजपा ने जनता को ठगा है। यही वजह है कि अब भाजपा के बड़े-बड़े नेता चुनाव आने से पहले ही लड़ने से मना कर रहे हैं, इस्तीफा दे रहे हैं।
वहीं हमला जारी रखते हुए सपा अध्यक्ष बोले कि भाजपा ने उत्तर प्रदेश में धोखे से चुनाव जीता है। सपा ने विकास पर चुनाव लड़ा था, लेकिन सांप्रदायिकता भाजपा का एजेंडा है। भाजपा ने समाज में बहुत खाईं पैदा की है।