आरयू ब्यूरो, वाराणसी/लखनऊ। यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार को एक बार फिर कानून-व्यवस्था को लेकर योगी सरकार पर हमला बोला है। अखिलेश ने कहा कि पूरे देश में ऐसी घटना नहीं हुई होगी जहां पुलिस घर में घुस गई हो और दबिश के नाम पर दबंगई की हो। यूपी की पुलिस लगातार दबंगई कर रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस की दबंगई से बेटी की जान गई है। पुलिस ने जानबूझकर निशा के पिता पर मुकदमे लगाए और जिला बदर तक कर दिया गया। वे कौन लोग हैं जो लड़की के पिता के खिलाफ पुलिस से मुकदमें दर्ज करा रहे हैं।
दरअसल सपा मुखिया आज चंदौली पहुंचे। जहां अखिलेश ने चंदौली के सैयदराजा पहुंचकर कथित रूप से पुलिसिया बर्बरता के कारण जान गंवाने वाली निशा यादव के परिजनों से मुलाकात कर योगी सरकार को निशाने पर लिया। साथ ही अखिलेश यादव ने यूपी पुलिस पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि आखिर पुलिस को ये अधिकार किसने दिया कि वो घर में घुसे और जो भी मिले, उसके साथ मारपीट करे। उन्होंने कहा कि जिस बेटी की जान गई है, वह पुलिस की दबंगई की वजह से गई है। पुलिस ने यह कहानी बनाई थी कि उसने फांसी लगा ली। अगर पुलिस की कहानी मान भी ली जाए तो क्या वे ये बताएंगे कि उसने घर में पहले से फांसी लगाई थी?
सपा सुप्रीमो ने सरकार को घेरते हुए कहा कि जब से ये सरकार बनी है, पुलिस कहानी बनाने में आगे है। ललितपुर में भी जिस बेटी के साथ घटना हुई थी उसको पुलिस ढूंढ नहीं पाई। वहीं एटा की घटना का भी जिक्र कर कहा कि देश में सबसे ज्यादा कस्टोडियल डेथ, सबसे ज्यादा फेक एनकाउंटर यूपी में हो रहे हैं। मानवाधिकार और महिला आयोग के सबसे अधिक नोटिस यूपी सरकार को मिले हैं।
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सपा सुप्रीमो ने यूपी पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जो सरकार पुलिस को चुनाव जिताने के लिए लगा दे, उस पुलिस से क्या उम्मीद करिएगा? जब सरकार पुलिस से गलत काम कराएगी तो उनकी दबंगई को भी नहीं रोक पाएगी। आज पूरे प्रदेश के थानों में दलाली का सेंसेक्स बढ़ रहा है। अखिलेश ने आरोप लगाया कि प्रदेश में जाति के आधार पर काम हो रहा है। मुख्यमंत्री ललितपुर में कह रहे थे कि राम राज्य आ गया, लेकिन ललितपुर में ही उनकी पुलिस के एक अधिकारी ने रेप किया है।