PGI पुलिस की लापरवाही से बेकाबू हुए उपद्रवी, प्रधानमंत्री आवास का निर्माण रोका, JE को पीटकर किया लहूलुहान, वाहन फूंका, पत्‍थर भी चलाए

अवध विहार
उपद्रवियों के हमले से घायल जेई।

आरयू संवाददाता, 

पीजीआइ। अवध विहार के सेक्‍टर दस में चार दिनों से चल रहे किसानों के छिटपुट प्रदर्शन और बवाल ने शुक्रवार को बड़ी घटना का रूप ले लिया। पीजीआइ पुलिस की लापरवाही के चलते बेकाबू हुए उपद्रवी किसानों ने आज न सिर्फ मौके पर पहुंचकर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बन रहे आवासों के निर्माण कार्य को रूकवा दिया, बल्कि दिनदहाड़े पुलिस के इकबाल की धज्जियां उड़ाते हुए मौके पर मौजूद आवास विकास परिषद के जेई जयनाथ मिश्रा, ठेकेदार रंजीत यादव समेत  करीब आधा दर्जन लोगों को मारपीटकर गंभीर रूप से घायल कर दिया।

मुआवजे की मांग को लेकर बेकाबू किसानों ने जमकर तांडव मचाते हुए इस दौरान वहां खड़े वाहनों और मजदूरों अस्‍थायी आवास को तोड़ने के साथ ही एक बाइक को भी आग के हवाले कर दिया। साथ ही किसानों ने जमकर पत्‍थरबाजी भी की।

अवध विहार

किसानों का उग्र रूप देखकर वहां मौजूद पुलिसकर्मी भाग खड़े हुए। घंटों चले तांडव के बाद सूचना पाकर मौके एसपी उत्‍तरी, एसडीएम सरोजनीनगर, सीओ कैण्ट बड़ी संख्‍या में पुलिस और आरएएफ के जवानों के साथ मौके पर पहुंचे और हालात को नियंत्रित किया।

दूसरी ओर घटना से आवास विकास के इंजीनियरों में रोष है, इंजीनियरों का कहना था पीजीआइ पुलिस को चार दिनों से वहां की स्थिति के बारे में बताया जा रहा था, लेकिन पुलिस मुकदमा लिखने के बाद हाथ पर हाथ धरे बैठी रही, उसने न तो उत्‍पाती किसान नेताओं को गिरफ्तार किया और न ही निर्माण स्‍थल पर व्‍यापक सुरक्षा प्रदान की। जिसका फायदा उठाकर आज किसानों ने उन लोगों पर जानलेवा हमला कर दिया। अधिशासी अभियंता एके निगम की तहरीर पर पुलिस 14 नामजद समेत करीब डेढ़ सौ अज्ञात उपद्रवियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनकी तलाश कर रही है।

अवध विहार

दूसरी ओर आवास विकास के डिप्‍लोमा इंजीनियर्स एसोसिएशन ने इस घटना पर रोष जताते हुए आवास आयुक्‍त को भी पत्र लिखकर पीजीआइ पुलिस की लापरवाही से अवगत कराते हुए निर्माण कार्य कराए जाने के लिए पुलिस की सुरक्षा और दोषियों की गिरफ्तारी करवाने की मांग की है।

एसोसिएशन के अध्यक्ष के एन मिश्रा ने बताया किया पिछले चार दिनों से किसान यूनियन के द्वारा कार्यस्थल पर आकर जबरन काम बंद, धमकाने और हंगामा करने की जानकारी पीजीआइ पुलिस को दी गयी थी, लेकिन उसके बाद भी पुख्ता सुरक्षा व्‍यवस्‍था की गयी, ऐसी स्थिति में अब काम कर पाना संभव नहीं है इसलिए अब जबतक हम लोगों को सुरक्षा देने के साथ ही दोषियों की गिरफ्तारी नहीं होगी काम नहीं किया जाएगा।

अवध विहार

वहीं सीओ कैंण्‍ट चक्रेश मिश्रा ने बताया इंजीनियर की तहरीर पर आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए करीब आधा दर्जन लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है, जबकि अन्‍य कि गिरफ्तारी के लिए पुलिस प्रयास कर रही है।