पुलिस चौकी के पास तेलीबाग बाजार में कपड़ों के दो शोरूम से लाखों की चोरी, व्‍यापारियों में रोष

जांच के लिए मौके पर पहुंची पुलिस।

आरयू संवाददाता, पीजीआइ। पीजीआइ थाना क्षेत्र के तेलीबाग में बेखौफ चोरों ने पुलिस चौकी से मात्र सौ मीटर दूर पर स्थित कपड़े के दो शोरूम में चोरी कर पुलिस को एक बार फिर चुनौती दी है। तेलीबाग बाजार में नकदी समेत लाखों की चोरी से इलाके में हड़कंप मच गया है। घटना का पता चलते ही मौके पर स्थानीय लोगों और व्‍यापारियों की भीड़ जमा हो गयी थी।

वहीं सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस दोनों शोरूम की जांच पड़ताल करने व एफआइआर दर्ज करने के बाद सीसीटीवी कैमरों की फुटेज से सुराग तलाशने में जुटी है। दूसरी ओर घटना का जल्‍द ही खुलासा नहीं होने पर आक्रोशित व्‍यापारियों ने पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन करने की बात कही है।

बताया जा रहा है तेलीबाग क्षेत्र के ही सैनिक नगर निवासी सुभाष अग्रवाल का तेलीबाग में सुभाष क्लॉथ स्टोर के नाम से कपड़ों का तीन मंजिला शोरूम है, जबकि उसके बगल में ही सुभाष अग्रवाल के चचेरे भाई अनिल अग्रवाल का भी साईं वस्त्रालय के नाम से बहुमंजिला शोरूम है।

सुभाष अग्रवाल व अनिल अग्रवाल ने बताया कि वो लोग शुक्रवार रात करीब दस बजे शोरूम बंद कर घर चले गए थे। सुभाष के अनुसार आज सुबह शटर खोलकर शोरूम में दाखिल होने पर देखा कि, रैक में लगे कपड़े बिखेरे पड़े हैं, जबकि कैश बाक्‍स का ताला तोड़कर 40 हजार रुपए गायब है। जबकि अनिल अग्रवाल ने बताया कि उनके शोरूम से करीब डेढ़ लाख रुपए चोरी हुए हैं। साथ ही चोर कपड़ें भी अपने साथ ले गए हैं, हालांकि कपड़े कितनी कीमत के चोरी हुए हैं, इस बारे में वो फिलहाल अधिक जानकारी नहीं दे सके।

शोरूम में चोरी की सूचना पर सुबह पीजीआइ पुलिस के अलावा सीओ कैंट तनु उपाध्याय अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचीं थीं। पुलिस ने घटना की गंभीरता को देखते हुए डॉग स्‍क्‍वॉएड व फिंगर प्रिंट एक्‍सपर्ट की टीम भी जांच के लिए मौके पर बुलाई थी। हालांकि डॉग स्‍क्‍वॉएड शोरूम के अंदर ही घूमता रहा। इस दौरान सपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे शारदा प्रताप शुक्ल भी मौके पर पहुंचे और पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाएं।

वहीं तेलीबागर आदर्श व्यापार मंडल के अध्यक्ष राजन मिश्र के अलावा घटना की जानकारी पाकर रवि चावला सहित सैकड़ों व्यापारियों ने घटनास्‍थल पर पहुंचकर स्‍थानीय पुलिस की कार्यप्रणाली के प्रति नाराजगी जाहिर की। व्‍यापारियों का कहना था कि पुलिस गश्‍त और इलाके में हुई चोरी की पुरानी घटनाओं के नाम पर खानापूर्ति करती रही है। यही वजह है कि चोरों के हौसले दिनोंदिन आसमान को छूते जा रहे हैं। राजन मिश्रा ने कहा कि पुलिस चौकी से सौ मीटर दूर चार घंटें तक तीन चोर शोरूम में रहते हैं और घटना को अंजाम देकर चले जाते हैं, लेकिन पुलिस को भनक‍ तक नहीं लगती है, ये व्‍यापारियों के साथ सीधे-सीधे अन्याय है। उनका कहना था कि अगर पुलिस 24 घंटें में घटना का खुलासा नहीं करती तो व्‍यापारी एसएसपी कार्यालय का घेराव करने के लिए मजबूर होंगे।

बगल की दुकान से छत के रास्ते घुसे चोर

पुलिस के मुताबिक चोर सुभाष अग्रवाल की दुकान के बगल में स्थित फास्ट फूड की दुकान की सीढ़ियों से ऊपर जाते सीसीटीवी फुटेज में देंखे गए हैं, वहीं से दीवार फांदकर ऊपर लगे दरवाजे को तोड़कर शोरूम में दाखिल हुए होंगे। उसके बाद अनिल अग्रवाल की छत पर जाकर ऊपर के दरवाजे से अंदर चोर घुसे होंगे।

जींस की पैंट व टीशर्ट पहने थे चोर

सीसीटीवी फुटेज में तीन चोरों की तस्‍वीरें कैद हुई है, तीनों युवक टीशर्ट के अलावा जींस की पैंट पहने हुए थे। साथ ही तीनों पीठ पर पिट्ठू बैग लिए थे।

शोरू में चोरों ने बिताएं चार घंटें, खाया अंडा रोल

पीजीआइ पुलिस के अनुसार सीसीटीवी फुटेज में चोर रात 12 बजकर 18 मिनट पर सीढ़ी से आते व करीब चार बजे वापस लौटते हुए दिखाई दे रहे हैं। सुभाष अग्रवाल की छत पर अंडा रोल के कुछ टुकड़े और पेपर पड़ा हुआ पुलिस को मिला है। वहीं एक पेचकस भी पुलिस ने मौके से बरामद किया है, जिससे छत के दरवाजे खोले जाने का अनुमान है।

कपड़े के दो शोरूम
एएसपी नार्थ से मुलाकात करते व्यापारी।

दूसरी ओर घटना के खुलासा और इलाके में गश्‍त बढ़ाने की मांग को लेकर व्‍यापारी नेता संजय गुप्‍ता के नेतृत्‍व में दर्जनों व्‍यापारियों ने आज एएसपी नार्थ सुकीर्ति माधव से भी मुलाकात की। व्‍यापारियों का कहना था कि एएसपी ने घटना का जल्‍द से जल्‍द खुलासा करने का भरोसा दिलाया है। एएसपी से मिलने वालों में तेलीबाग आदर्श व्यापार मंडल के अध्यक्ष राजन मिश्रा,  सुभाष चंद्र अग्रवाल, विनोद अग्रवाल, मोहम्मद निजाम, सुमित अग्रवाल, गोपाल जालान, रिंकू सिंह, सभासद राम नरेश यादव सहित अन्‍य व्‍यापारी भी शामिल थे।

सीओ कैंट तनु उपाध्‍याय ने बताया कि घटना के खुलासे के लिए पुलिस की टीमें लगा दी गयीं हैं। सीसीटीवी फुटेज में कैद चोरों के चेहरे खुले हुए हैं, इससे लगा रहा है कि चोरों को अपनी पहचान होने का खतरा नहीं था। इसको देखते हुए अन्‍य जिलों की पुलिस के माध्‍यम से भी उनके पहचान व गिरफ्तारी की कोशिश की जा रही है।