आरयू ब्यूरो, प्रयागराज। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने गुरुवार को प्रयागराज के अपने दौरे पर पुरखों की कार्यस्थली आनंद भवन में बैठक करने के बाद मौनी अमावस्या के अवसर पर संगम तट पर पहुंची। जहां उन्होंने संगम में आस्था की डुबकी लगाई व बेटी के साथ पूजा-अर्चना की। इस दौरान प्रियंका गांधी का एक अनोखा रूप देखने को मिला, जिसमें वो खुद ही नाव चलाते हुए घाट पर पहुंचीं।
इस दौरान आराधना मिश्रा मोना और दिल्ली से साथ आईं दो अन्य सहयोगियों ने भी संगम में स्नान किया। स्नान के बाद सभी फिर अरैल घाट पहुंचे। यहां से वह सरस्वती घाट स्थित मनकामेश्वर मंदिर के लिए रवाना हुईं। मंदिर में पूजा अर्चना के बाद वह द्वारका-शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती से मुलाकात भी की।
इसी बीच भीड़ में से नैनी निवासी सीमा सिंह ने जब आवाज दी तो प्रियंका सुरक्षा घेरे को तोड़ते हुए उसके पास पहुंच गईं और बातचीत करते हुए उसे अपने साथ अपनी गाड़ी तक ले आईं। यह लड़की बीटीसी कर रही है।
इससे पहले संगमनगरी प्रयागराज में अपने पुरखों के स्मृति स्थल आनंद भवन आकर प्रियंका गांधी भाव विभोर हो गईं। अपने बच्चों के साथ प्रयागराज पहुंचीं प्रियंका ने अपने पैतृक आवास आनंद भवन में अपने पुरखों को याद किया। उन्होंने देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरु की स्मृतिका पर पुष्पांजलि के साथ ही पंडित मोती लाल नेहरू व इंदिरा गांधी को भी नमन किया।
इसके बाद बैठक की और फिर यहां पर स्वराज भवन ट्रस्ट से जुड़े कर्मचारियों के स्वजन से भी मुलाकात की। उन्होंने स्वराज भवन ट्रस्ट के संचालित अनाथालय में रहने वाले बच्चों के साथ भी कुछ वक्त बिताया।