प्रधानमंत्री मोदी का एक मात्र विकल्‍प केवल राहुल गांधी: कांग्रेस

एक मात्र विकल्‍प

आरयू वेब टीम।

आने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी भाजपा को चुनौती देने के लिए विपक्षी एकजुटता को लेकर चल रहे प्रयासों के बीच कांग्रेस ने कहा कि वह विपक्षी दलों की ‘एकता की धुरी’ बनेगी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक मात्र विकल्‍प राहुल गांधी ही होंगे।

कांग्रेस के मीडिया विभाग के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला द्वारा एक साक्षात्कार में यह दावा किया कि ‘मोदीजी का विकल्प केवल और केवल राहुलजी हैं। कोई और नहीं हो सकता। कांग्रेस और देश के लोग राहुलजी को देश का अगला प्रधानमंत्री देखना चाहते हैं।’ सुरजेवाला ने यह बात उस सवाल के जवाब में कही कि अगले चुनाव में प्रधानमंत्री मोदी का विकल्प कौन बनेगा? उन्होंने अपने जवाब में मोदी पर हमला करते हुए कहा कि ‘आज दो मॉडल हैं…मोदी मॉडल (जिसमें वह) दिन में छह बार कपड़े बदलते हैं, साथ ही अपने कपड़ों की क्रीज भी खराब नहीं होने देते, अपनी वेशभूषा पर जितना समय लगाते हैं शायद शासन पर उतना समय नहीं लगाते।

वहीं दूसरा मॉडल है राहुल गांधी का, जो सादगी, सरलता और साफगोई पर आधारित है। राहुल गांधी राजनीति में अपनी बेबाकी, पारदर्शिता और ईमानदारी के लिए मशहूर हुए हैं। वह कठोर निर्णय लेने से भी कभी नहीं डरते। इतना ही नहीं विपक्षी एकता के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि बीजद, शिवसेना और अब तेदेपा धीरे-धीरे राजग से अलग हो रहे हैं जबकि ‘कांग्रेस विभिन्न दलों की एकता की धुरी बनती जा रही है। उन्‍होंने इस एकता को 2019 में बदलाव का आधार बताया है।

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बता दें कि शिवसेना पहले ही यह घोषणा कर चुकी है कि वह 2019 का चुनाव भाजपा के साथ नहीं लड़ेगी। केंद्र में सत्तारूढ़ राजग के अन्य बड़े घटक तेदेपा ने भी पिछले दिनों पेश किए गए आम बजट पर निराशा जतायी है। वहीं बजट के बारे में पूछे जाने पर सुरजेवाला ने कहा कि मोदी सरकार ने मध्यम वर्ग और नौकरीपेशा लोगों को केवल जुमलों से छला है, दिया कुछ नहीं। नोटबंदी और जीएसटी की सबसे बड़ी मार भी इसी वर्ग पर सबसे अधिक पड़ी। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री के मुताबिक सबसे ज्यादा टैक्स भी यही वर्ग देता है। इस वर्ग को आज महंगाई की बड़ी कीमत चुकानी पड़ रही है। इसीलिए मध्यम वर्ग इस बात को अच्छी तरह समझ गया है कि मोदी सरकार में बातें बहुत और काम कुछ भी नहीं।

सुरजेवाला ने कहा कि अगले चरण में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान आदि में जो चुनाव होंगे, उनका ट्रेलर दो दिन पहले राजस्थान के उप-चुनाव में आ चुका जहां कांग्रेस ने दो लोकसभा एवं एक विधानसभा सीट जीती। उन्होंने कहा, ‘‘यह गुस्सा अकेले वसुंधरा राजे सरकार के खिलाफ नहीं है। यह मोदी सरकार एवं राजे सरकार के जुमलों से ठगी गई जनता द्वारा कांग्रेस को वापस लाने की बयार है।

वहीं वर्ष 2018 में पार्टी अध्यक्ष के तौर पर राहुल गांधी की तीन प्राथमिकताएं पूछे जाने पर सुरजेवाला ने कहा कि उनकी पहली प्राथमिकता है अखिल भारतीय कांग्रेस और देश भर में इसकी इकाइयों के संगठन का पुनर्गठन और बदलाव। उनकी अन्य प्राथमिकता एक ऐसे ‘विजन’ को तैयार कर लागू करना है जिससे किसानों को उनकी उपज का उचित लाभ मिल सके। इस विजन में निजी एवं सरकारी क्षेत्रों में नौकरियों के सृजन के उपाय होंगे। राहुल गांधी के मॉडल में मध्यम एवं लघु उद्योग क्षेत्र को प्राथमिकता देकर उनके लिए मौके, बाजार और ऋण उपलब्ध कराना होगा। उन्होंने कहा कि तीसरी प्राथमिकता है सामाजिक शांति एवं भाईचारे की बहाली होगी। जो मोदीजी यह भूल गए हैं कि जब सामाजिक तानाबाना टूटता है तो विकास का पहिया थम जाता है।

उन्होंने कहा कि यह देश हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, जैन, बौद्ध आदि सभी का है। इसमें कांग्रेस का अटूट विश्‍वास है क्योंकि यह भावना संविधान और देश की आत्मा में भी है। कांग्रेस और देश की आत्मा एक है। राहुल गांधी भी इसके लिए संकल्पबद्ध हैं

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