आरयू ब्यूरो, लखनऊ। शनिवार को राजधानी लखनऊ के हजरतगंज क्षेत्र के एक प्राइवेट अस्पताल में सालभर की बच्ची की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा किया। मासूम के घरवालों का आरोप था कि अस्पताल में गलत इंजेक्शन लगाने के चलते बच्ची की जान गयी है। सूचना पाकर मौके पर पहुंची हजरतगंज पुलिस ने परिजनों को शांत कराने के साथ ही शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
बताया जा रहा है कि मूल रूप से कानपुर निवासी सौरभ मिश्रा ने टायफाइड की शिकायत होने पर बीते 14 अगस्त को अपनी साल भर की बच्ची कियारा को हजरतगंज के नेशनल कॉलेज के पास स्थित प्राइवेट अस्पताल मक्कड़ मेडिकल सेंटर में भर्ती कराया था। पिता के साथ ही मां प्रियंका मिश्रा भी कियारा की देखभाल में लगे थे।
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आज दोपहर कियारा की मौत होने के बाद परिजनों में रोना-पीटना मच गया। पिता व बच्ची के अन्य रिश्तेदारों ने कियारा की मौत का जिम्मेदार डॉक्टर के गलत इंजेक्शन लगाने को ठहराते हुए हंगामा शुरू कर दिया।
इस बीच सूचना पाकर मौके पर पहुंची हजरतगंज पुलिस ने लोगों की किसी तरह से शांत कराया। दूसरी ओर अस्पताल प्रबंधन का दावा था कि मां द्वारा दूध पिलाने के दौरान दूध फेफड़े में जाने के चलते बच्ची मौत हुई है।
इंस्पेक्टर हजरतगंज राधारमण सिंह ने बताया कि परिजनों के आरोप पर बच्ची के शव का पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है। अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि बच्ची की जो दवाएं चल रहीं वहीं आज भी दी गयी थी। पीएम रिपोर्ट आने पर आगे की स्थिति स्पष्ट होगी।