आरयू ब्यूरो,लखनऊ। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी द्वारा लखनऊ के जीपीओ पर गांधी प्रतिमा के नीचे धरना देने के मामले में हजरतगंज में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू समेत सैकड़ों कार्यकर्ताओं पर मुकदमा दर्ज किया है।
पुलिस ने लखनऊ की हजरतगंज कोतवाली में निषेधाज्ञा उल्लंघन, कोरोना प्रोटोकॉल उल्लंघन समेत अलग-अलग धाराओं में 500 से ज्यादा कार्यकर्ताओं पर केस दर्ज किया है। एसीपी हजरतगंज राघवेंद्र मिश्र ने मीडिया को बताया कि राजधानी में धारा-144 लागू है। इसके बावजूद कांग्रेस महासचिव व प्रदेश प्रभारी प्रियंका वाड्रा ने शुक्रवार को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू समेत सैकड़ों कार्यकर्ताओं संग जीपीओ स्थित गांधी प्रतिमा के समक्ष मौन व्रत रखा था।
धरने के दौरान गांधी प्रतिमा के परिसर का एक पिलर टूट गया था। इसे लेकर हजरतगंत कोतवाली में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू समेत सैकड़ों अज्ञात कार्यकर्ताओं के खिलाफ धारा-144 व कोविड प्रोटोकॉल के उल्लंघन और सार्वजनिक संपत्ति निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
मालूम हो कि शुक्रवार को प्रियंका गांधी और अजय कुमार लल्लू ने जीपीओ स्थित गांधी प्रतिमा पर मौन धरना दिया था। इस दौरान उनके साथ सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे। बताया जा रहा है कि एफआइआर में प्रियंका गांधी का नाम नहीं है।
यह भी पढ़ें- फिर बढ़े पेट्रोल-डीजल के दाम कई राज्यों में 100 रुपए के पार पहुंची कीमत
गौरतलब है कि शनिवार सुबह प्रियंका गांधी ने लखीमपुर खीरी में उन महिलाओं से मुलाकात की, जिनके साथ पंचायत चुनाव के दौरान अभद्रता हुई थी। मुलाकात के बाद उन्होंने योगी सरकार को खरी-खरी सुनाई। प्रियंका ने कहा कि पीड़ित महिलाओं को एक न एक दिन पर्चा भरने का मौका जरूर दिया जाएगा।
चुनाव के दौरान महिला अपना नामांकन दाखिल नहीं कर पाई। ऐसी स्थिति हो गई है कि महिला नामांकन भरने जाए और उसकी पिटाई कर दी जाती है, ये लोकतंत्र नहीं है। हिंसा के पीछे जो भी अधिकारी हों उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने ये भी कहा कि जिन जगहों पर हिंसा हुई हैं, वहां चुनाव रद्द कर दोबारा चुनाव होने चाहिए।