आरयू वेब टीम। देश में जारी कोरोना महामारी के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को एक बार फिर राष्ट्र को संबोधित किया। वहीं पीएम मोदी के संबोधन से पहले पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि पूरे देश में एक ही तरह का लॉकडाउन लागू करने से करोड़ों किसानों, मजदूरों एवं कारोबारियों को बहुत पीड़ा हुई है।
साथ ही राहुल ने ये मांग की कि कोरोना वायरस से ज्यादा प्रभावित इलाकों के अलावा दूसरे क्षेत्रों में कारोबार धीरे-धीरे खुलने दिया जाए। राहुल गांधी ने आज अपने सोशल मीडिया के माध्यम से ट्वीट कर कहा कि, ‘पूरे देश के लिए एक जैसा लॉकडाउन करने से करोड़ों किसानों, प्रवासी कामगारों, दिहाड़ी मजदूरों और कारोबार मालिकों को ऐसी तकलीफें झेलनी पड़ रही है जिन्हें बयां नहीं किया जा सकता।’ उन्होंने कहा कि इस स्थिति में बड़ी अक्लमंदी से सुधार होना चाहिए। बड़े पैमाने पर जांच के माध्यम से ज्यादा प्रभावित इलाकों को चिन्हित करके अलग किया जाए और दूसरे इलाकों में कारोबार को धीरे-धीरे खुलने दिया जाए।
यह भी पढ़ें- 15 अप्रैल से दफ्तर में बैठेंगे मंत्री, मंत्रियों के साथ बैठक कर योगी ने लॉकडाउन के बाद की स्थिति से निपटने को बनाई रणनीति
वहीं इससे पहले राहुल ने कहा था कि आर्थिक मंदी ने कई भारतीय कॉरपोरेट को कमजोर कर दिया है। उन्होंने सरकार से राष्ट्रीय संकट की इस घड़ी में किसी विदेशी कंपनी द्वारा देश के किसी कॉरपोरेट का नियंत्रण अपने हाथ में नहीं ले पाने को सुनिश्चित करने का अनुरोध किया। उन्होंने यह चिंता मीडिया में आई उन खबरों पर प्रकट की है, जिनमें कहा गया था कि विदेशी संस्थानों ने स्टॉक बाजार के गिरने के मद्देनजर भारतीय कंपनियों में हिस्सेदारी खरीदी है।
यह भी पढ़ें- PM मोदी का बड़ा ऐलान, “तीन मई तक लागू रहेगा लॉकडाउन, देशवासियों से सात बातों का ध्यान रखने को कहा”
कांग्रेस नेता ने अपने ट्वीट में कहा कि, ‘भीषण आर्थिक मंदी ने कई भारतीय कॉरपोरेट को कमजोर कर दिया है, उन्हें अधिग्रहण के लिए आसान निशाना बना दिया है। सरकार को राष्ट्रीय संकट की इस घड़ी में विदेशी कंपनियों को किसी भारतीय कंपनी का नियंत्रण अपने हाथों में लेने की इजाजत नहीं देनी चाहिए।’