जिला व शहर अध्‍यक्षों के नाम

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। यूपी कांग्रेस ने रविवार को एक बड़ी कार्रवाई की है। पार्टी से अनुशानहीनता करने के मामले में पूर्व गृहमंत्री, मंत्री, सांसद व चार पूर्व विधायकों समेत दस दिग्‍गज नेताओं को कांग्रेस की अनुशासन समिति ने छह सालों के लिए निष्‍कासित कर दिया है। अनुशासनहीनता का मामला सामने आने के बाद बीती 21 नवंबर कांग्रेस ने इन नेताओं को कारण बताओं नोटिस भेजकर 24 घंटें में जवाब मांगा था।

आज यूपी कांग्रेस की अनुशासन समिति के सदस्‍यगण श्‍याम किशोर शुक्‍ला, इमरान मसूद व अजय राय की ओर से  दी गयी जानकारी के अनुसार कांग्रेस इन दस नेताओं के जवाब से संतुष्‍ट नहीं थी। जिसके बाद कार्रवाई की गयी। हालांकि पूर्व विधायक हाफिज मोहम्‍मद उमर के जवाब से संतुष्‍ट होने पर अनुशासन समिति ने उन पर कार्रवाई नहीं की है।

कांग्रेस के इन नेताओं को किया गया पार्टी से बाहर-

पूर्व गृहमंत्री रामकृष्‍ण द्विवेदी,

पूर्व मंत्री सत्‍यदेव त्रिपाठी,

पूर्व सांसद संतोष सिंह,

पूर्व एमएलसी सिराज मेंहदी,

पूर्व विधायक भूधर नारायण मिश्रा,

पूर्व विधायक विनोद चौधरी,

पूर्व विधायक नेक चंद्र पांडेय,

कांग्रेस कमेटी सदस्‍य राजेंद्र सिंह सोलंकी,

यूपी युवा कांग्रेस के पूर्व अध्‍यक्ष स्‍वंय प्रकाश गोस्‍वामी,

पूर्व जिलाध्‍यक्ष गोरखरपुर संजीव सिंह।

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वहीं आज जारी अनुशासन समिति के पत्र के अनुसार कांग्रेस के निष्‍कासित किए गए उक्‍त नेता यूपी कांग्रेस कमेटी के फैसलों पर न सिर्फ ऊंगली उठा रहें थें, बल्कि बैठक कर फैसलों पर विरोध भी जताया था। इन नेताओं का ऐसा आचरण कांग्रेस की नीतियों और आदर्शों के विपरीत है। साथ ही ये आचरण घोर अनुशासनहीनता के दायरे में आता है। इसके लिए अनुशासन समिति ने कारण बताओं नोटिस जारी कर जवाब मांगा था, लेकिन जवाब से संतुष्‍ट नहीं होने पर अनुशासन समिति ने अपने दस पुराने नेताओं को कांग्रेस के संविधान की धाराओं के तहत छह साल के लिए निष्‍कासित कर दिया।

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