आरयू वेब टीम। नोटबंदी की तीसरी वर्षगांठ पर शुक्रवार को तमाम विपक्षी दलों ने मोदी सरकार पर हमला बोलना शुरू कर दिया है। आज कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने नोटबंदी को आतंकी हमला बताया है। राहुल ने कहा कि इससे कई लोगों की जानें गयीं, अर्थव्यवस्था तबाह हुई। इसके लिए जिम्मेदार लोगों को सजा मिलनी चाहिए। वहीं प्रिंयका नोटबंदी के फैसले को लेकर मोदी सरकार पर तीखा तंज कसा है। उन्होंने कहा कि सरकार के नीम-हकीमों द्वारा नोटबंदी से देश की सारी सारी बीमारियों का शर्तिया इलाज के सारे दावे एक-एक करके धराशायी हो गए। इस तुगलकी कदम की अब जिम्मेदारी कौन लेगा।
राहुल ने गांधी ने आज ट्विट कर कहा कि “नोटबंदी आतंकी हमले को तीन साल गुजर गए हैं, जिसने भारतीय अर्थव्यवस्था को तबाह कर दिया, कई लोगों की जान ले ली, कई छोटे कारोबार खत्म कर दिए और लाखों भारतीयों को बेरोजगार कर दिया।” साथ ही राहुल ने हैशटैग ‘डीमोनेटाइजेशन डिजास्टर’ का इस्तेमाल करते हुए कहा कि इस निंदनीय हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को कानून के समक्ष लाया जाना बाकी है।
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दूसरी ओर आज प्रियंका ने भी सोशल मीडिया का सहारा लेते हुए ट्वीट कर कहा नोटबंदी को तीन साल हो गए। सरकार और इसके नीम-हकीमों द्वारा किए गए ‘नोटबंदी सारी बीमारियों का शर्तिया इलाज’ के सारे दावे एक-एक करके धराशायी हो गए। उन्होंने सवाल उठाते हुए आगे लिखा कि नोटबंदी एक आपदा थी जिसने हमारी अर्थव्यवस्था नष्ट कर दी। इस ‘तुग़लकी’ कदम की जिम्मेदारी अब कौन लेगा?’’
उल्लेखनीय है कि आठ नवंबर 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए 500 और 1,000 रुपये के नोटों के प्रचलन से बाहर किए जाने की घोषणा की थी। इसके बाद सरकार दो हजार और पांच सौ के नए नोट चलन में लेकर आई। नोटबंदी को देश हित में जरूरी बताते हुए प्रधानमंत्री ने इससे, भ्रष्टाचार, कालाधन समेत देश की कई बड़ी समस्याओं के दूर हो जाने की बात कही थी।