आरयू वेब टीम। मध्य प्रदेश, राजस्थान व छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में भाजपा को स्पष्ट बहुमत मिल गया है। भाजपा ने कांग्रेस से राजस्थान और छत्तीसगढ़ छीन लिया है, जबकि मध्य प्रदेश में सत्ता बरकरार रही। वहीं, तेलंगाना में केसीआर से सत्ता फिसलकर कांग्रेस के हाथ में गई है। नतीजों के बाद देश के कुल 16 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में अब भाजपा+ की सरकार होगी।
राजस्थान में हर पांच साल में सरकार बदलने का रिवाज बरकरार रहा है। 2023 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने बंपर जीत हासिल की है। चुनाव आयोग के मुताबिक, भाजपा 115 सीटों पर रात तक जीत दर्ज कर चुकी थी। कांग्रेस 68 सीटें जीत चुकी है। 15 सीटों पर अन्य उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है। जिसके बाद सीएम अशोक गहलोत ने हार स्वीकार करते हुए इस्तीफा दे दिया है।
चुनाव आयोग के मुताबिक, राजस्थान चुनाव में भारत आदिवासी पार्टी ने तीन सीट पर जीत दर्ज की है। हनुमान बेनीवाल को छोड़कर उनकी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी से कोई भी उम्मीदवार नहीं जीत पाया है। बीएसपी ने दो सीटें जीती हैं, जबकि आप, सीपीएम, एआइएमआइएम, सीपीआइ अपना खाता भी नहीं खोल पाई।
वहीं मध्य प्रदेश विधानसभा की 230 सीटों पर बीजेपी को दो तिहाई से ज्यादा बहुमत मिला है। भाजपा 158 सीटें जीत चुकी है। यहां कांग्रेस 63 सीट जीत गई है। बहुमत के लिए 116 सीटें चाहिए। मध्य प्रदेश में एसपी, बीएसपी, आप या निर्दलियों का खाता तक नहीं खुला। भारत आदिवासी पार्टी एक मात्र ऐसी पार्टी है, जिसने एमपी में एंट्री की।
यह भी पढ़ें- MP, राजस्थान व छत्तीसगढ़ में जीत पर बोले प्रधानमंत्री मोदी, भाजपा में है जनता का भरोसा
इसके अलावा छत्तीसगढ़ में भी भाजपा ने बंपर जीत हासिल की। भाजपा 51 सीटें जीत गई। कांग्रेस को 34 सीटें मिली हैं डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव, प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज सहित पांच मंत्री चुनाव हार गए। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने देर रात राजभवन पहुंचकर अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया।
जबकि तेलंगाना में कांग्रेस ने भाजपा को पछाड़कर व केसीआर के हाथ से सत्ता छीन गई। 119 विधानसभा सीटों वाले राज्य में कांग्रेस ने बहुमत के लिए जरूरी 60 का आंकड़ा पार कर लिया। पार्टी ने 64 सीटें जीती हैं, जबकि सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति को 39 सीटें मिली हैं। इसके साथ ही बीजेपी को आठ, एआइएमआइएम को सात और एक सीट सीपीआइ के खाते में गई।