आरयू वेब टीम। राजस्थान में 49 नगर निकायों में 2100 से अधिक पार्षदों के लिए हुए चुनाव में कांग्रेस का दबदबा रहा। मंगलवार सुबह से मतगणना शुरू हुई थी और परिणामों में विजयी पार्षदों की संख्या के लिहाज से सत्तारूढ़ कांग्रेस अपनी मुख्य प्रतिद्वंद्वी भाजपा से आगे निकल गई है।
राज्य निर्वाचन विभाग की वेबसाइट पर उपलब्ध परिणाम के अनुसार कुल मिलाकर कांग्रेस के 961, भाजपा के 737, बसपा के 16 व माकपा के तीन और एनसीपी के दो प्रत्याशी जीत दर्ज कर चुके हैं। इसमें रोचक यह भी है कि 386 वार्डों में निर्दलीय प्रत्याशी भी जीत चुके हैं।
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कुल वार्ड- 2105
भाजपा- 737
कांग्रेस- 961
निर्दलीय- 386
बसपा- 16
सीपीआइएम- तीन
राकांपा- दो
इस बीच राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने परिणामों को उम्मीदों के अनुरूप बताया है। उन्होंने स्थानीय मीडिया से बात करते हुए कहा कि ‘‘उम्मीद और अपेक्षा के अनुकूल ही निकाय चुनाव में परिणाम आए है। यह बहुत प्रसन्नता की बात है कि सरकार जिस रूप में परफॉर्म कर रही है उसी रूप में जनता ने मैंडेट दिया है।’ गहलोत ने कहा, ‘‘मैं जनता को कहना चाहूंगा कि आप निश्चिंत रहें, हम लोग काम करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।’
उल्लेखनीय है कि राज्य में तीन नगर निगमों, 18 नगर परिषद और 28 नगरपालिकाओं यानी कुल 49 निकायों में सदस्य पार्षद पद के लिए शनिवार को मतदान हुआ था। चुनाव में कुल 71.53 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। इन 49 निकायों में कुल 2105 वार्डों में चुनाव होना था जिनमें से 14 वार्डों में पार्षद निर्विरोध चुने जा चुके थे।
बाकी 2081 वार्ड में 7942 उम्मीदवार अपना चुनावी भाग्य आजमा रहे थे, जिनमें 2832 महिलाएं व 5109 पुरुष प्रत्याशी शामिल थे। पार्षद चुने जाने के बाद तय कार्यक्रम के अनुसार नगर निकायों में अध्यक्ष का चुनाव 26 नवंबर व उपाध्यक्ष का 27 नवंबर को करवाया जाएगा।