आरयू ब्यूरो, लखनऊ। करीब दो महीना पहले ही भाजपा पर हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाने वाले सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के ओमप्रकाश राजभर को वाई श्रेणी की सुरक्षा दे दी गई। शासन के आदेश पर गाजीपुर पुलिस ओमप्रकाश राजभर की सुरक्षा के लिए 16 पुलिसकर्मियों की तैनाती करेगी। वहीं राजभर को मिल रही सुरक्षा को लेकर राजनीतिक गलियारे में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है।
योगी सरकार ने ये सुरक्षा ऐसे समय पर दी गई है, जब ओम प्रकाश राजभर ने राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को वोट दिया है। जिसके बाद कुछ लोग राजभर को मिली सुरक्षा को भाजपा के रिटर्न गिफ्ट के रूप में भी देख रहे हैं। दरअसल बीते कुछ दिनों से ओम प्रकाश राजभर लगातार अपने बयानों को लेकर चर्चा में बने हुए हैं। राजभर लगातार अखिलेश यादव को निशाने पर लिए हुए हैं।
दूसरी ओर यह कयास लगाए जा रहे हैं कि 2024 चुनाव से पहले राजभर एक बार फिर भाजपा की नैया पर सवार हो सकते हैं। यह भी माना जा रहा है कि सुभासपा प्रमुख सपा गठबंधन से अलग हो चुके हैं और अब इसका औपचारिक ऐलान मात्र होना बाकी है।
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गौरतलब है कि यूपी विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी की हार के बाद से राजभर के तेवर बदलने लगे। एक समय भाजपा पर हमलावर और बुरा-भला कहने वाले राजभर ने अचानक अपने गठबंधन के सहयोगी अखिलेश यादव पर ही हमला करना शुरू कर दिया।
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वहीं भाजपा के लिए राजभर की सियासी अहमियत बहुत मायने रखती है। खासतौर पर जब 2024 के केंद्रीय चुनाव की बात होती है तब राजभर भाजपा के लिए एक तारणहार साबित हो सकते हैं। ऐसे में उन्हें ‘वाई’ श्रेणी की सुरक्षा दे कर भाजपा ने स्पष्ट संकेत दे दिया है कि अगर राजभर की घर वापसी होती है तो पार्टी उनपर एक बार फिर भरोसा जताने के लिए तैयार है।