आरयू वेब टीम। बांका जिले में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को दावा किया कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) बिहार में दो-तिहाई बहुमत के साथ अगली सरकार बनाएगा। साथ ही कहा कि लोग राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के शासनकाल की तुलना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के 20 साल के कार्यकाल से कर रहे हैं।
राजनाथ ने कहा, “नीतीश कुमार पर आज तकभ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं लगा, जबकि राजद के कई नेता भ्रष्टाचार के मामलों का सामना कर रहे हैं।” साथ ही कहा कि राजद के शासनकाल में लोगों को डराया-धमकाया जाता था, जबकि राजग सरकार ने जनता के हित में काम किया है। रक्षा मंत्री ने कहा, “राजद शासन के दौरान बिहार का स्वास्थ्य बजट मात्र 700 करोड़ रुपये था, जो अब राजग सरकार में बढ़कर 20,000 करोड़ रुपये हो गया है। यह इस बात का प्रमाण है कि सरकार जनता के स्वास्थ्य को लेकर कितनी गंभीर है।”
यह भी पढ़ें- वो दिन दूर नहीं जब POK खुद लौटकर कहेगा, मैं भारत ही हूं राजनाथ सिंह
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए राजनाथ ने कहा, “कांग्रेस कभी नहीं चाहती थी कि सीमावर्ती इलाकों में सड़कें बेहतर हों। राजद भी नहीं चाहता था कि बिहार में विकास हो। लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की राजनीति में विकास विरोधी सोच को खत्म कर दिया है।” उन्होंने कहा, “जब मोदी ने सत्ता संभाली, तब भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया में 11वें स्थान पर थी। आज यह पांचवें स्थान पर है और जल्द ही तीसरे स्थान पर पहुंचेगी।”
ऑपरेशन सिंदूर रुका है…
वहीं आतंकवाद के मुद्दे पर बात करते हुए कहा कि पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पड़ोसी देश में आतंकियों के ठिकानों को नष्ट कर दिया। उन्होंने कहा, “अगर आतंकवादी ऐसी हरकत दोबारा करेंगे, तो हम और भी कड़ा जवाब देंगे। ऑपरेशन सिंदूर रुका है, समाप्त नहीं हुआ।” रक्षा मंत्री ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह सशस्त्र बलों का राजनीतिकरण करने की कोशिश कर रही है। आगे कहा कि “राजग कभी भी जाति, मजहब या धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं करता। हमने जो वादे अपने घोषणापत्र में किए हैं, उन्हें पूरा किया जाएगा। बिहार को विकसित राज्य बनाने का काम केवल राजग ही कर सकता है।
हमारी सेना को राजनीति में न घसीटें
राहुल गांधी के बयान पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “हमारे सैनिकों का एक ही धर्म है। वह धर्म है ‘सैन्य धर्म’। इसके अलावा कोई दूसरा धर्म नहीं है। हमारी सेना को राजनीति में न घसीटें। जब भी इस देश पर संकट आया है, हमारे सैनिकों ने अपनी बहादुरी का प्रदर्शन करके भारत का सिर ऊंचा किया है और वीरता। जाति, संप्रदाय और धर्म की इस राजनीति ने देश को बहुत नुकसान पहुंचाया है और हमारी सोच यही है कि समाज के सभी वर्गों का उत्थान हो हम समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर चलना चाहते हैं। हम जाति, संप्रदाय या धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं करना चाहते। हमारे देश के ऋषियों और लोगों ने कभी इस बारे में सोचा भी नहीं।”




















