आरयू वेब टीम। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अमेरिका हिंद-प्रशांत कमान (यूएसइंडोपीएकॉम) के मुख्यालय का दौरा किया और भारत-अमेरिका रक्षा सहयोग को बढ़ाने के लिए उसके नेतृत्व के साथ व्यापक बातचीत के साथ ही एक खुले, स्वतंत्र और समावेशी हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता दोहराई।
‘अमेरिका हिंद-प्रशांत कमान’ अमेरिकी सशस्त्र बलों की एकीकृत लड़ाकू कमान है जिसके पास हिंद-प्रशांत क्षेत्र की जिम्मेदारी है। इस कमान और भारतीय सेना के बीच व्यापक साझेदारी के तहत अनेक सैन्याभ्यास और प्रशिक्षण सत्रों का आयोजन किया जाता है। रक्षा मंत्रालय ने गुरुवार को ट्वीट किया कि अमेरिका हिंद-प्रशांत कमान के कमांडर एडमिरल जॉन एक्विलिनो ने हवाई में कमान के मुख्यालय के दौरे पर आए राजनाथ सिंह का स्वागत किया।
साथ ही कहा कि राजनाथ सिंह ने भारत-अमेरिका रक्षा साझेदारी में महत्वपूर्ण प्रगति पर संतोष जताया। मंत्रालय ने कहा, ‘‘सभी क्षेत्रों में भारत-अमेरिका रक्षा साझेदारी को बढ़ाने के लिए अमेरिका हिंद-प्रशांत कमान के अधिकारियों के साथ व्यापक बातचीत हुई।’’ उसने बताया, ‘‘एक स्वतंत्र, खुले और समावेशी हिंद-प्रशांत क्षेत्र और उससे परे मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता दोहराई गयी।’’ इससे पहले सिंह ने ओआहू द्वीप के आसपास स्थित अमेरिका सेना के अनेक प्रशिक्षण स्थलों का दौरा किया।
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उन्होंने अपनी यात्रा की तस्वीरें साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘‘भारत और अमेरिका की सेनाओं के बीच आपसी संबंध पिछले कुछ सालों में मजबूत हुए हैं।’’ उन्होंने हवाई में पैसिफिक के नेशनल मेमोरियल सेमेट्री पर पुष्पांजलि भी अर्पित की। सिंह ने हवाई की राजधानी में अमेरिका हिंद-प्रशांत कमान के मुख्यालय का संक्षिप्त दौरा भी किया।
वह बुधवार को वाशिंगटन से यहां पहुंचे थे। हवाई की राजधानी की अपनी संक्षिप्त यात्रा में रक्षा मंत्री यहां महात्मा गांधी की प्रतिमा पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन के बढ़ते सैन्य हस्तक्षेप के बीच भारत, अमेरिका और कई अन्य वैश्विक महाशक्तियां एक स्वतंत्र, खुले और उन्नत हिंद-प्रशांत क्षेत्र की जरूरत पर बात कर रही हैं।