आरयू ब्यूरो, अयोध्या। लंबे अर्से के इंतजार के बाद अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो गई है। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए गर्भ गृह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संघचालक मोहन भागवत, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बैठे थे। नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में अनुष्ठान का नेतृत्व किया।प्रधानमंत्री चांदी का छत्र लेकर राम मंदिर के गर्भगृह में पहुंचे। मोदी ने अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर में रामलला की मूर्ति का अनावरण किया। राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम की शुरुआत मंगल ध्वनि के बीच हुई।
इस दौरान पांच साल पुरानी रामलला की भव्य पांच फीट ऊंची प्रतिमा का दुनिया के सामने अनावरण किया गया। यह समारोह शंखनाद और हेलीकॉप्टर द्वारा मंदिर पर फूलों की वर्षा के बीच पूरा हुआ। राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव ने कहा कि राम मंदिर के लिए देशभर में लोगों ने दिल खोलकर दान दिया है। देश का ऐसा कोई कोना नहीं जहां से राम के लिए उपहार ना आए हों।
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एक बानगी गिनाते हुए उन्होंने कहा कि मंदिर के लिए घंटा कासगंज से आया तो नीचे पड़ने वाली राख रायबरेली के ऊंचाहार से आई है। गिट्टी मध्य प्रदेश के छतरपुर से पहुंची तो ग्रेनाइट तेलांगाना से आया। पत्थर राजस्थान के भरतपुर से पहुंचा तो दरवाजों की लकड़ी महाराष्ट से। उस दरवाजे पर पर सोने और डायमंड का काम मुंबई के एक व्यापारी का है।जिन्होंने बनाया वो मैसूर के हैं।
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वहीं गरुण की मूर्ति राजस्थान के कलाकार ने बनाई है। लकड़ी के काम के कारीगर कन्याकुमारी के हैं और कपड़े और भगवान के वस्त्र दिल्ली के एक युवक मनीष त्रिपाठी ने बनाए। आभूषण लखनऊ से बनवाए गए हैं। इनकी नक्काशी राजस्थान में हुई है। देश का ऐसा कोई कोना नहीं है जहां से राम मंदिर के लिए समर्पण ना आया हो।