आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। कांग्रेस ने रविवार को महिलाओं के सम्मान की रक्षा करने और उनके साथ हो रहे अपराधों को रोकने में योगी सरकार को पूरी तरह से फेल बताते हुए हमला बोला है। कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता ओंकारनाथ सिंह ने यूपी विधानसभा से पहले भाजपा की ओर से दिए गए नारे “महिलाओं के सम्मान में भाजपा मैदान में” के नारे को जुमलावादी नारा बताते हुए कहा कि सत्ता हासिल करने वाली भाजपा महिलाओं का सम्मान तो दूर उन्हें सुरक्षा देने में न सिर्फ नाकाम रही, बल्कि प्रदेश में आए दिन हो रहे महिलाओं के साथ जघन्य हिंसा, रेप व रेप के बाद हत्याएं तक हो रही हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता ने हमला जारी रखते हुए कहा कि हालात इतने खराब हो चुक हैं, अब बहन बेटियां पब्लिक प्लेस पर भी सुरक्षित नहीं रही। इसके बाद भी योगी सरकार महिलाओं की अस्मिता एवं अस्तित्व की रक्षा में असफल, असमर्थ एवं असंवेदनशील बनी है। जबकि हर दिन होने वाली ये घटनाएं प्रदेशवासियों को भाजपा सरकार के चुनाव पर पछतावा करने के लिए मजबूर कर रही है।
महिला वर्ग के साथ हो रहे अपराधों पर बात करते हुए प्रदेश प्रवक्ता ने मीडिया से कहा कि बुढ़ाना मुजफ्फरनगर में 24 साल की लड़की के साथ तीन लोगों द्वारा सामूहिक बलात्कार, मवाना थाना क्षेत्र में पीसीएस की तैयारी करने वाली अनुसूचित जाति की बच्ची के साथ गैंगरेप के बाद हत्या, छह साल की दलित बच्ची का मुरादपुर गांव जनपद कौशांबी में दो व्यक्तियों द्वारा बलात्कार, मुजफ्फरनगर में दलित महिला के साथ रेप के बाद पुलिस से शिकायत करने और पुलिस द्वारा कुछ भी न करने के बाद आत्महत्या, योगीराज के महिला अस्मिता व सुरक्षा विरोधी नीतियों के जीते-जागते उदाहरण हैं।
आंकड़ों की बात करते हुए प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि पीयूसीएल (प्यूपिल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टीज) के एक सर्वे के अनुसार 90 प्रतिशत बलात्कार की घटनाएं गरीब परिवार, दूर-दराज इलाके और दलित जातियों से संबंधित थी। 2016-17 में महिला विरूद्ध अपराध 33728 के मुकाबले योगी सरकार 2017-18 में 44936 हो गए जो 30 प्रतिशत की भारी वृद्धि दर्शाता है। ये आंकड़े बलात्कार के आर्थिक, सामाजिक व राजनैतिक पहलू को न सिर्फ उजागर करते हैं,बल्कि पुलिस व न्याय प्रणाली की बलात्कार रोकने में अक्षमता को भी साबित कर रहें।
यह भी पढ़ें- दबंगई से त्रस्त महिलाओं ने की सीएम आवास के बाहर जान देने की कोशिश, हड़कंप