आरयू वेब टीम।
पशु हत्या को लेकर चल रही भारत भर में बहस के बीच श्री श्री रविशंकर का भी बयान सामने आया है। रविशंकर ने मीडिया को दिए अपने एक इंटरव्यू में कहा कि नए नियमों के तहत किसी को खाने के लिए नहीं रोका गया है। लोग जो चाहे खा सकते है, लेकिन खुलेआम जानवरों को मारा जाना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
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बैन लगाने वाला भारत नहीं है अकेला देश
उन्होंने तमिलनाडु का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां पहले 85 तरह के मवेशी थे, लेकिन इंसानों के ही चलते अब वहां सिर्फ दो तरह के ही मवेशी बचे रह गए है। रविशंकर ने कहा कि ऐसा बैन लगाने वाला भारत अकेला देश नहीं है, क्यूबा में भी मवेशी नहीं मारे जाते हैं।
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रविशंकर के अनुसार, हत्या के लिए जानवरों को बेचने पर पाबंदी लगाई गई, क्योंकि मवेशियों की संख्या तेजी से गिर रही है।
कोर्ट के फैसले का होना चाहिए सम्मान
जल्द ही मद्रास हाईकोर्ट द्वारा केंद्र के फैसले पर लगाई गई रोक पर रविशंकर ने अपना विचार व्यक्त करते हुए कहा कि कोर्ट किसी भी तरह की राजनीति से ऊपर होता है और उसके फैसले का सम्मान होना चाहिए। रविशंकर ने कहा कि वह जानवरों पर होने वाले अत्याचार के खिलाफ हैं, और उनकी यह सोच हमेशा रहेगी कि जानवारों को न मारा जाए।