RBI की दो स्कीम्स लॉन्च कर PM मोदी ने बताई निवेशक व आम लोगों के फायदा की बात

भारतीय रिजर्व बैंक
कार्यक्रम में बोलते प्रधानमंत्री।

आरयू वेब टीम। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को भारतीय रिजर्व बैंक की दो नई स्कीम्स को लॉन्च किया। ये आरबीआइ रिटेल डायरेक्ट स्कीम और रिजर्व बैंक इंटिग्रेटेड ओंबड्समैन स्कीम हैं। इस मौके पर पीएम ने कहा कि देश में आम लोगों को निवेश का एक सुरक्षित और आसान जरिया मिलेगा। आरबीआइ रिटेल डायरेक्ट स्कीम के तहत, रिटेल निवेशक सरकारी सिक्योरिटीज में पैसा लगा सकेंगे। इससे उन्हें भारत सरकार और राज्य सरकारों द्वारा जारी सिक्योरिटीज में सीधे निवेश करने का एक नया जरिया मिलेगा। इस स्कीम के तहत, निवेशक आरबीआई के साथ, आसानी से सरकारी सिक्योरिटीज अकाउंट को ऑनलाइन मुफ्त में खोल सकते हैं।

वहीं, रिजर्व बैंक इंटिग्रेटेड ओंबड्समैन स्कीम का मकसद आरबीआई द्वारा रेगुलेटेड इकाइयों के खिलाफ ग्राहकों की शिकायतें के समाधान की बेहतर व्यवस्था मिलेगी। ये स्कीम वन नेशन-वन ओंबड्समैन पर आधारित है। इसमें ग्राहकों को शिकायत करने के लिए एक पोर्टल, एक ईमेल और एक एड्रेस की सुविधा दी गई है। शिकायतों को अपनी शिकायतें दर्ज कराने, दस्तावेजों को सब्मिट करने और फीडबैक देने के लिए एक जगह मिलेगी। शिकायतें के समाधान और शिकायत दर्ज कराने में मदद करने के लिए कई भाषाओं में एक टोल फ्री नंबर भी मिलेगा।

प्रधानमंत्री ने आगे यह भी कहा कि इस महामारी के दौरान आरबीआइ ने बहुत प्रशंसनीय काम किया है। यह समय देश के विकास में बहुत अहम भूमिका रखता है। इसमें आरबीआइ की भूमिका भी अहम है और उन्हें पूरी उम्मीद है कि आरबीआइ इस पर खरा उतरेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि आरबीआई ने सामान्य लोगों की सुविधा को बढ़ाने के लिए, उन्हें ध्यान में रखते हुए लगातार अनेक कदम उठाए हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस योजनाओं से निवेश के दायरे का विस्तार होगा। कैपिटल मार्केट को एक्सेस करना और आसान और सुरक्षित बनेगा। इससे सरकारी सिक्योरिटीज में निवेश का सरल और सुरक्षित जरिया मिल गया है।

उन्होंने कहा कि वन नेशन और वन ओंबड्समैन ने साकार रूप लिया है उनके मुताबिक, आप शिकायत का समाधान करने में कितने मजबूत हैं, यही लोकतंत्र की सबसे बड़ी बात है। छोटे से छोटे निवेशक का सहयोग आज के समय में बहुत काम आने वाली है। अब तक सरकारी सिक्योरिटीज मार्केट में मध्य वर्ग, सीनियर सिटीजन आदि, जिनकी छोटी बचत है, उन्हें म्यूचुअल फंड जैसे रास्ते अपनाने पड़ते थे। अब इन्हें सुरक्षित निवेश का एक जरिया मिल रहा है।

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पीएम ने कहा कि जब वे वित्तीय समावेश की बात करते हैं, तो इसमें आखिरी व्यक्ति को भी हिस्सा बनाना चाहिए।  ऑनलाइन अकाउंट खोला जा सकता है, यह सैलरी वाले व्यक्तियों के लिए घर बैठे सुरक्षित निवेश का एक जरिया है। साथ ही कहा कि ये निवेशक के सेविंग अकाउंट से भी लिंक होगा। उन्होंने कहा कि निवेश में आसानी, बैंकिंग व्यवस्था पर सामान्य लोगों का भरोसा बेहद जरूरी है।

जो विल्फुल डिफॉल्टर्स पहले बाजार से खिलवाड़ करते थे, उनके लिए रास्ता बंद कर दिया गया है। छोटे बैंक का मर्जर करना समेत कई कदमों से बैंकिंग व्यवस्था में नई ऊर्जा लौट रही है। उन्होंने कहा कि बीते कुछ समय में डिपॉजिटर्स की इनकम को देखते हुए कई फैसले लिए गए हैं। वन नेशन वन ओंब्डस्मैन इसी दिशा में एक कदम है। पीएम ने आगे कहा कि इससे पहले अगर किसी के अकाउंट के साथ लखनऊ में दिक्कत होती थी, उसे बाहर शिकायत करनी पड़ती थी लेकिन, अब वह वहीं के ओंबड्समैन से शिकायत कर सकेगा।

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