आरयू वेब टीम। भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति ने समीक्षा के बाद नीतिगत दर रेपो में 0.35 प्रतिशत की और वृद्धि कर दी है। अब रेपो दर बढ़कर 6.25 प्रतिशत हुई। इसके बाद लोगों को महंगाई का और झटका लगने वाला है। जानकारी के मुताबिक के रेपो रेट में बढ़ोतरी के बाद साल 2023 में आपकी ईएमआई और महंगी होने वाली है। इस फैसले के बाद कार, होम लोन सब महंगा हो जाएगा।
रिजर्व बैंक गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को दावा किया कि वैश्विक स्तर पर अनिश्चितताओं के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत बनी हुई है और देश निवेश के लिए आकर्षक गंतव्य बना हुआ है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता है। उन्होंने कहा कि मौद्रिक नीति समिति का नीतिगत दर के मामले में उदार रुख वापस लेने का रुख बरकरार है।
इससे पहले आरबीआइ चार बार की मॉनिटरी पॉलिसी बैठकों में पहले ही 1.90 फीसदी रेपो रेट को बढ़ा चुकी है। यानि आठ महीनों में आरबीआई रेपो रेट को चार प्रतिशत से बढ़ाकर 6.25 फीसदी कर दिया है। घोषणा के साथ शक्तिकांत दास ने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता चल रही है। खाद्य सामग्री की कमी और ईंधन की ऊंची कीमतों से गरीब सबसे ज्यादा प्रभावित हो रही है। आरबीआइ गवर्नर ने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से वैश्विक स्तर पर मुद्रास्फीति ऊंची बनी हुई है।
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बता दें कि रिजर्व बैंक ने इस वर्ष मई से प्रमुख नीतिगत दर रेपो में 1.90 प्रतिशत की वृद्धि की है, हालांकि इसके बावजूद मुद्रास्फीति जनवरी से ही छह प्रतिशत के संतोषजनक स्तर से ऊपर बनी हुई है। उल्लेखनीय है कि आरबीआई मौद्रिक नीति तय करते वक्त उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर प्रमुख रूप से गौर करता है।