आरयू वेब टीम। भारतीय क्रिकेट टीम विकेटकीपर व बल्लेबाज ऋषभ पंत शुक्रवार को दिल्ली से घर जाते समय हादसे का शिकार हो गए। इस सड़क हादसे में वह गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। दुर्घटना रुड़की के नारसन बॉर्डर पर हम्मदपुर झाल के पास हुई। जहां उनकी कार रेलिंग से टकरा गई और उसमें आग लग गई। जिसे देख एक बस ड्राइवर ने पंत की मदद कर पुलिस व ऐंबुलेंस को सूचना दी।
जानकारी मिलते ही पुलिस अधीक्षक किशोर सिंह तुरंत मौके पर पहुंचे और एंबुलेंस की मदद से उन्हें रुड़की के सिविल अस्पताल भेजा गया। बताया जा रहा है कि ऋषभ पंत अपनी मर्सिडीज कार खुद चलाकर आज भोर में अपने होम टाउन रूड़की जा रहे थे। इसी दौरान झपकी आई और उनकी कार डिवाइडर से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जिससे कार के परखच्चे उड़ गए। पंत ने खुद बताया कि वह विंड स्क्रीन तोड़कर बाहर आए। इसके बाद कार में भीषण आग लग गई थी। इस एक्सीडेंट के बाद सबसे पहले हरियाणा रोडवेज बस के ड्राइवर सुशील कुमार ऋषभ पंत के पास पहुंचे थे।
इस संबंध में हरिद्वार एसएसपी अजय कुमार के मुताबिक, जिस वक्त गाड़ी में एक्सीडेंट हुआ, उस वक्त हरियाणा रोडवेज की बस उनके पीछे चल रही थी। चालक सुशील कुमार ने कार हादसा देखकर बस रोकी और 112 नंबर पर फोन कर सूचना दी। इसके बाद ऋषभ पंत को अस्पताल पहुंचाया गया।
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वहीं सुशील कुमार ने मीडिया को बताया, ‘मैंने देखा उस आदमी (ऋषभ पंत) को। वो जमीन पर पड़ा था। मुझे लगा वो बचेगा ही नहीं। कार में चिंगारियां निकल रही थीं। उसके पास ही वो पड़ा था। हमने उसे उठाया और कार से दूर किया। मैंने उससे पूछा- कोई और है कार के अंदर। वो बोला मैं अकेला ही था, फिर उसी ने बताया कि मैं ऋषभ पंत हूं। मैं क्रिकेट के बारे में इतना जानता नहीं। उसे साइड में खड़ा किया। उसके शरीर पर कपड़े नहीं थे, तो हमने अपनी चादर में उसे लपेट दिया।’