शहरों और स्‍टेडियम के नाम बदलकर जनता का मुद्दों से ध्‍यान भटका रही योगी सरकार: रालोद

वसीम हैदर
वसीम हैदर। (प्रदेश उपाध्यक्ष, रालोद)

आरयू ब्‍यूरो, 

लखनऊ। शहरों के नाम बदलने को लेकर एक बार फिर राष्ट्रीय लोकदल ने योगी सरकार पर न सिर्फ हमला बोला है बल्कि प्रदेश सरकार को नाम बदलने वाली सरकार बताया है। रालोद के प्रदेश उपाध्यक्ष वसीम हैदर ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ने नौजवानों, छात्रों, किसानों तथा प्रदेश की जनता से जो वादे किया था। उनमें से एक भी पूरा नहीं किया। बल्कि स्‍टेशनों, जनपदों और स्टेडियम के नाम बदलकर जनता का ध्यान मुख्य मुददों से भटकाकर केवल अपना स्वार्थ सिद्व करना चाहती है।

वहीं योगी सरकार पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि अपनी नाकामियां छिपाने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री और उनके मंत्री प्रदेश की भोली-भाली जनता को एक बार पुनः ठगने का षड़यंत्र रच रहे हैं। जबकि प्रदेश का गन्ना किसान त्राहि-त्राहि कर रहा, उसे उसका बकाया का भुगतान नहीं मिल रहा है और सरकार अपनी जेबे भरने में लगी हैं।

यह भी पढ़ें- योगी की कैबिनेट ने बदला इन मंडलों का नाम, शिक्षकों को पुरस्‍कार देने समेत अन्‍य फैसलों पर भी लगी मुहर

इसके अलावा कानून-व्‍यवस्‍था की बात करते हुए प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश में अपराधों का ग्राफ बढ़ता चला जा रहा है, लेकिन सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंगती। चुनाव पूर्व योगी जी रैलियों में बड़ी-बड़ी बातें किया करते थे, लेकिन अब क्या हो गया है कि अपराधियों पर लगाम कसने के बजाय चुप्पी साधे रहते हैं।

यह भी पढ़ें- गन्‍ना किसानों के भुगतान समेत 11 सूत्रीय मांगों के लिए रालोद ने दिया धरना

वसीम हैदर ने आगे कहा कि अगर विकास की बात की जाए तो प्रदेश में स्वास्थ्य शिक्षा की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। बढ़ती मंहगाई ने लोगो की कमर तोड़ने का काम किया है। अब मुख्यमंत्री से प्रदेश की जनता पूछना चाहती है कि फैजाबाद का नाम अयोध्या और इलाहाबाद का नाम प्रयागराज रख देने से प्रदेश का क्या भला हुआ है इससे क्या विकास हुआ। क्या इससे रोजगार मिलेगा? क्या मंहगाई घटेगी? क्या आम जनता को किसी तरह की राहत मिलेगी? केवल नाम बदलने से सरकारी धन का दुरूपयोग ही होगा।