आरयू वेब टीम। केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली से सटे बॉर्डर पर अलग-अलग जगहों पर किसानों का आंदोलन जारी है। दूसरी ओर हरियाणा के करनाल में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का विरोध करने वाले किसानों पर लाठीचार्ज किया गया है, जिसमें कई किसान बुरी तरह घायल हुए हैं। पुलिस की इस कार्रवाई के बाद से सियासी पारा गरमा गया है। इम मामले पर शिवसेना ने मोदी सरकार पर हमला बोला है। शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने सोमवार को कहा कि किसानों पर हमला देश के लिए शर्मनाक घटना है।
शिवसेना सांसद संजय राउत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि किसानों पर हमला देश के लिए शर्मनाक घटना है। यह एक तालिबानी मानसिकता की तरह है। यह सरकार कैसे कह सकती है कि यह गरीबों के लिए है और किसानों के लिए है? यह किसानों की ‘मन की बात’ भी नहीं सुनती है।
गौरतलब है कि करनाल के घरौंडा के टोल पर किसानों ने सीएम खट्टर के एक प्रोग्राम में विरोध प्रदर्शन कर दिया था। जिसके बाद पुलिस ने किसानों पर जमकर लाठियां भांजी थी। पुलिस के एक्शन के बाद कई किसान घायल हो गए थे और उन्हें चोटें आयी थी। कांग्रेस ने खट्टर सरकार को आड़े हाथ लेते हुए इसे जनरल डायर जैसा व्यवहार करने का आरोप लगा दिया था।
यह भी पढ़ें- करनाल में पुलिस ने किसानों पर की लाठीचार्ज, कई घायल
बता दें कि शनिवार को करनाल में केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के एक समूह पर हरियाणा पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। पुलिस के अनुसार किसान नेशनल हाईवे बसताड़ा टोल पर बार-बार जाम लगाने की जिद्द कर रहे थे। बार-बार समझाने के बाद भी जब किसान नहीं माने तो पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। इस दौरान किसानों के वाहनों के शीशे भी टूटे। शाम को गुरनाम सिंह चढ़ूनी बसताड़ा टोल पर पहुंचे और धरने की कमान संभाली। इसके बाद मामला और बिगड़ गया।
बसताड़ा टोल पर शनिवार सुबह करीब साढ़े दस बजे भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ की गाड़ी का भी किसानों ने विरोध किया। कुछ किसान पहले से ही वहां धरने पर बैठे थे। धनखड़ भाजपा की प्रदेश स्तरीय बैठक में भाग लेने करनाल आ रहे थे। तभी बसताड़ा टोल से गुजरते हुए किसानों ने गाड़ी रोकने की कोशिश करते हुए काले झंडे दिखाए। इस दौरान किसानों ने सरकार और पुलिस के खिलाफ भी नारेबाजी की। मगर पुलिस ने मौके पर स्थिति संभालते हुए धनखड़ की गाड़ी को तुरंत वहां से आगे निकाल दिया।