आरयू वेब टीम। शिवसेना नेता संजय राउत को पात्रा चॉल स्कैम मामले में राहत नहीं मिली है। दो माह से जेल में बंद शिवसेना सांसद संजय राउत की जमानत पर सोमवार को भी कोई फैसला नहीं हो सका। अब उन्हें 17 अक्टूबर तक जेल में ही रहना होगा। संजय राउत की न्यायिक हिरासत 17 अक्टूबर तक बढ़ा दी गई है। इसी दिन उनकी जमानत याचिका पर भी सुनवाई होगी।
इससे पहले कोर्ट ने दस अक्टूबर तक उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा था। मामले की सुनवाई विशेष पीएमएलए कोर्ट में चल रही है। संजय राउत पर इस घोटाले में बिल्डर व डेवलपर से रिश्वत लेने का आरोप है।
बता दें कि एक अगस्त को ईडी ने उन्हें वित्तीय अनियमितता के आरोप में गिरफ्तार किया था, तब से वह जेल में हैं। 31 जुलाई को ईडी अधिकारियों ने शिवसेना नेता के कई ठिकानों पर छापा मारा था और उनके साथ ही परिवार से भी पूछताछ की थी। इससे पहले 28 जून को एजेंसी ने उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए समन किया था। आरोप है कि पात्रा चॉल मामले में 1034 करोड़ रुपये का घोटाला किया गया है।
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संजय राउत की पत्नी का भी नाम इस घोटाले से जुड़ा हुआ है। ईडी ने उन्हें भी पूछताछ के लिए समन भेजा था। राउत महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के निकटतम सहयोगी माने जाते है। पिछले साल अप्रैल में ईडी ने संजय राउत की पत्नी की 11.15 करोड़ रुपये की संपत्ति अटैच कर ली थी जिसमें दादर का एक फ्लैट भी था।
इसके अलावा स्वप्ना पाटकर के साथ साझेदारी में उनकी कुछ जमीनें भी थीं। ईडी का कहना हैकि संजय राउत की पत्नी वर्षा को आरोपी प्रवीण राउत की पत्नी माधवी ने पैसे भेजे थे। दोनों के बीच एक करोड़ छह लाख रुपये का लेनदेन हुआ था।