सांसदों को मिलेंगे नए फ्लैट्स, PM मोदी ने तीन बहुमंजिला इमारतों का उद्घाटन का कही ये बात

नए फ्लैट्स
कार्यक्रम में बोलते प्रधानमंत्री।

आरयू वेब टीम। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को देश की राजधानी दिल्ली में सांसदों के लिए बने नए आवास का उद्घाटन किया। इस दौरान पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कार्यक्रम को संबोधित कर कहा कि कई इमारतों का निर्माण इस सरकार में और तय समय से पहले समाप्त भी हुआ।

मोदी ने आगे कहा कि अटल जी के समय, जिस अंबेडकर नेशनल मेमोरियल की चर्चा शुरू हुई थी, उसका निर्माण इसी सरकार में हुआ। 23 वर्षों के लंबे इंतजार के बाद डॉ अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर का निर्माण, सेंट्रल इन्फॉर्मेशन कमीशन की नई बिल्डिंग का निर्माण इसी सरकार में हुआ। हमारे देश में हजारों पुलिसकर्मियों ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए अपना जीवन दिया है। उनकी याद में भी नेशनल पुलिस मेमोरियल का निर्माण इसी सरकार में हुआ।

उन्होंने कहा कि 2019 के बाद से 17वीं लोकसभा का कार्यकाल शुरू हुआ है। इस दौरान देश ने जैसे निर्णय लिए हैं, उससे ये लोकसभा इतिहास में दर्ज हो गई है। इसके बाद 18वीं लोकसभा होगी। मुझे विश्वास है, अगली लोकसभा भी देश को नए दशक में आगे ले जाने के लिए बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। इस दौरान पीएम ने नए आवास के लिए सांसदों को बधाई दी।

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मोदी ने आगे कहा कि 16वीं लोकसभा में 60 प्रतिशत ऐसे बिल रहे हैं जिन्हें पास करने के लिए औसतन दो-तीन घंटे तक की डीबेट हुई है। हमने पिछली लोकसभा से ज्यादा बिल पास किए, लेकिन पहले से ज्यादा डीबेट की है। ये दिखाता है कि हमने प्रोडक्ट्स भी फोकस किया है और प्रोसेस को भी निखारा है।

साथ ही इन फ्लैट्स का निर्माण ग्रीन बिल्डिंग कांस्पेट के तहत किया गया है। इसके लिए फ्लाई ऐश और ढहाई गई इमारतों से निकले मलबे से निर्मित ईंटों का इस्तेमाल किया गया है। एनर्जी एफिसिएंसी को बढ़ाने के लिए इसमें एलईडी लाइट फिटिंग्स, लाइट कंट्रोल के लिए सेंसर, कम बिजली खपत सुनिश्चित करने के लिए वीआरवी सिस्टम से लैस एयर कंडीशनर, पानी की बचत करने वाली कम बहाव वाली टोटियां, वर्षा जल संचयन व्यवस्था और इमारतों की छतों पर सौर संयंत्र लगाए गए हैं।

इस संबंध में लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने मीडिया को बताया कि 76 फ्लैट बनाने के लिए 218 करोड़ लागत रखी गई थी, हालांकि इसमें 30 करोड़ रुपए की बचत की गई है। उद्घाटन के दौरान अपने संबोधन में ओम बिरला ने मंत्रालय को इसके लिए बधाई दी। उन्होंने कहा, ‘बीडी मार्ग पर जो आवास है, वह तीन टावरों के अंदर बनाए गए हैं और इनका नाम गंगा, यमुना और सरस्वती रखा गया है। इनके निर्माण में 17 महीने लगे और 188 करोड़ रुपये इसकी कुल लागत आई है।

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