आरयू वेब टीम। टेक ने हमारी जिंदगी बदल दी है प्रौद्योगिकी के माध्यम से हमने मानवीय गरिमा को बढ़ाया है। पांच साल पहले डिजिटल इंडिया मिशन की शुरुआत की थी। आज यह कहते हुए खुशी हो रही है कि डिजिटल इंडिया को एक सामान्य सरकारी कार्यक्रम के तौर पर नहीं देखा जा रहा। यह जीने का एक तरीका बन चुका है, खासकर गरीबों और हाशिए पर रहने वाले लोगों के लिए। एक क्लिक में लाखों किसानों को मौद्रिक समर्थन मिला। लॉकडाउन जब चरम पर था तब यह तकनीक थी, जिसने यह सुनिश्चित किया कि भारत के गरीबों को उचित और तेजी से सहायता मिले। सूचना के युग में भारत आगे निकलने के लिए विशिष्ट स्थान पर है। हमारे पास सबसे अच्छे दिमाग के साथ-साथ सबसे बड़ा बाजार भी है।
उक्त बातें गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ‘बेंगलुरु टेक समिट, 2020’ (बीटीएस 2020) का शुभारंभ कर अपने संबोधन में कही। उन्होंने आगे कहा कि हमारे लोकल टेक समाधानों में वैश्विक स्तर पर जाने की क्षमता है। यह टेक-सॉल्यूशन का समय है, जिसे भारत में डिजाइन किया गया है, लेकिन दुनिया के लिए तैनात हैं।
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पीएम मोदी ने आगे कहा कि हमारी सरकार ने डिजिटल और तकनीकी समाधान के लिए सफलतापूर्वक एक मार्केट बनाया है। इसने प्रौद्योगिकी को सभी योजनाओं का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बना दिया है। टेक्नॉलिजी की वजह से ही हमारी स्कीम्स ने इतनी तेजी से लोगों की जिंदगी बदली है।
इस दौरान मोदी ने युवाओं की तारीफ करते हुए कहा कि, मजबूत साइबर सुरक्षा समाधान विकसित करने में युवा प्रमुख भूमिका निभा सकते हैं; युवाओं की क्षमता और उनके लिए अवसर अनंत हैं। उन्होंने आगे कहा कि, डिजिटल इंडिया जीवन का एक तरीका बन गया है और यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस इसका एक उदाहरण है।
तीन दिनों के इस सम्मेलन का आयोजन कर्नाटक सरकार ने कर्नाटक नवाचार एवं प्रौद्योगिकी सोसाइटी (केआईटीएस), कर्नाटक सरकार के इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी संबंधी विजन ग्रुप, बायोटेक्नोलॉजी एंड स्टार्टअप, सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क ऑफ इंडिया (एसटीपीआई) और एमएम एक्टिव साइंस टेक कम्युनिकेशन्स के सहयोग से किया है।