आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह जहां आज तीन दिवसीय दौरे पर सूबे की राजधानी लखनऊ पहुंचे है। वहीं समाजवादी पार्टी को झटका लगा है। लंबे समय से सपा से जुड़े रहे बुक्कल नवाब समेत दो एमएलसी ने सपा के साथ ही विधान परिषद सदस्य पद से भी इस्तीफा दे दिया है। इसके अलावा बीएसपी एमएलसी जयवीर सिंह ने भी इस्तीफा दे दिया है।
पार्टी छोड़ते ही बुक्क्ल नवाब ने सपा पर ही जमकर हमला बोला उनके निशाने पर अखिलेश यादव रहे। बुक्कल नवाब ने कहा कि एक साल से पार्टी के अंदर घुटन महसूस कर रहा था। लगातार नेताजी (मुलायम सिंह यादव) का अपमान किया जा रहा था। पार्टी अध्यक्ष जब अपने पिता का सम्मान नहीं कर रहे थे और लोगों का कैसे करेंगे।
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वह यहीं नहीं रूके बुक्कल नवाब ने यह भी कहा कि समाजवादी पार्टी अब पार्टी न रहकर समाजवादी अखाड़ा बन चुकी है। अब अपने साथ समाजवाद शब्द जोड़ना काफी कठिन हो रहा था। राष्ट्रीय शिया समाज के संस्थापक बुक्कल नवाब ने अखिलेश सरकार पर यह भी आरोप लगाया कि पिछली सरकार ने उनके समुदाय के साथ ज्यादती की। यह सब सहन करने लायक नहीं था।
बीजेपी में जाने को तैयार
वहीं भाजपा और मोदी की तारीफ करते हुए बुक्कल नवाब ने कहा कि बीजेपी यूपी व केंद्र में अच्छा काम कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काफी अच्छा नारा दिया है। सबका साथ, सबका विकास। उन्होंने कहा कि अगर भारतीय जनता पार्टी से निमंत्रण मिलता है तो वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने को तैयार हैं। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ काफी अच्छा काम कर रहे हैं। अभी तक उनकी सरकार के ऊपर भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं है। उन्होंने अयोध्या में राम मंदिर बनाने की वकालत एक बार फिर से की। कहा कि राम मंदिर अयोध्या में नहीं तो क्या पाकिस्तान में बनेगा?
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बताते चले कि योगी सरकार आते ही पुराने लखनऊ में बने बुक्कल नवाब और उनके परिवार के अवैध निर्माणों को लखनऊ विकास प्राधिकरण ध्वस्त करने का आदेश जारी कर चुका है, वहीं एक जमीन के मामले में भी बुक्कल नवाब फंसते नजर आ रहे हैं। आज के घटनाक्रम को देखने के बाद चर्चा शुरू हो गई है कि बदलती परिस्थितियों को देखते ही बहुल जल्द बुक्कल नवाब भाजपा का दामन थाम लेंगे। साथ ही आज उनका भाजपा के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करना भी इस ओर इशारा करता है।
जयवीर सिंह और यशवंत सिंह ने भी दिया इस्तीफा
बुक्कल नवाब के साथ ही बीएसपी एमएलसी जयवीर सिंह व सपा एमएलसी यशवंत सिंह ने भी अपना इस्तीफा विधान परिषद के सभापति रमेश यादव को सौंप दिया है। यशवंत सिंह को रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया का बेहद करीबी माना जाता रहा है।
सपा की ओर से इस्तीफे मिलने के बाद विधान परिषद की खाली हुई सीटों पर भाजपा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा या परिवहन मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह को विधान परिषद भेज सकती है। हालांकि कहा यह भी जा रहा है कि इन्हीं तीनों लोगों के लिए सीटें खाली की गई है। वहीं मुलायम सिंह यादव के खास एमएलसी मधुकर जेटली के भी इस्तीफे की खबर लगातार आती रही है, हालांकि अभी इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है।
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