आरयू संवाददाता,
लखनऊ/अमेठी। पिछली समाजवादी सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के अमेठी की आवास विकास कॉलोनी स्थित आवास और सपा एमएलसी रमेश मिश्रा के हमीरपुर स्थित आवास समेत उत्तर प्रदेश और दिल्ली के 22 स्थानों पर सीबीआइ टीम ने बुधवार को छापेमारी की। बताया जा रहा है कि सीबीआइ ने यह कार्रवाई खनन घोटाले को लेकर की है, जिसमें गायत्री प्रजापति के तीन ठिकानों पर छापे मारे गए हैं। छापेमरी के दौरान सीबीआई की टीमों ने ढेरों जरूरी कागजात, कम्प्यूटर, लैपटॉप समेत अन्य सामान भी जब्त किए हैं।
अमेठी में सीबीआइ की 14 सदस्यों की टीम ने गायत्री के घर से सघन तलाशी लेते हुए विभिन्न कागजात व अभिलेख बरामद किए हैं। उनके कार्यालय का कंप्यूटर भी सील कर दिया गया है। वहीं हमीरपुर में भी सीबीआइ ने खनन घोटाले को लेकर जिले में छापेमारी की है। सपा से एमएलसी रमेश मिश्रा के पैतृक गांव इमिलिया में सुबह सात बजे पहुंची टीम ने करीब डेढ़ घंटे तक घर की तलाशी ली और लोगों से पूछताछ की।
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जिसके बाद राठ पहुंचकर सीबीआइ टीम ने कस्बे के जुगयाना मोहल्ला में रहने वाले जगदीश राजपूत, चरखारी रोड के मदन राजपूत, ददरी और सिकंदरपुर मोहल्ला स्थित राकेश दीक्षित के मकान में छापेमारी की। सीबीआइ टीम ने आज पांचवीं बार छापेमारी की। टीम ने इमिलिया स्थित मौजूद एमएलसी के घर में मौजूद उनके परिवारजनों से पूछताछ की। साथ ही, सोफे व बेड में पड़े गद्दे आदि को भी हटाकर तलाशी ली। वहीं, घर में बनी अलमारी को ताला तुड़वाकर खंगाला।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार की सुबह ग्यारह बजे के करीब अमेठी स्थित आवास विकास कॉलोनी के उनके आवास पर सीबीआइ टीम ने छापेमारी की। सीबीआइ दल ने छापेमारी के संबंध में स्थानीय पुलिस और प्रशासन को भी कोई सूचना नहीं दी। सीबीआइ ने अपने साथ गायत्री प्रसाद प्रजापति के भतीजे सुरेंद्र प्रजापति को ले रखा था। सुरेंद्र ने ही सारे कमरों और अलमारियों की चाबी सीबीआइ को उपलब्ध कराई।
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सीबीआइ के अधिकारियों ने विभिन्न कमरों में जाकर के अलमारियों से कागजात व अन्य अभिलेख जप्त कर लिए हैं। सीबीआइ द्वारा छापेमारी की खबर पूरे जिले में चर्चा का विषय बनी हुई है। इस संबंध में सीबीआइ के अधिकारियों से बात करने की कोशिश की गई उन्होंने कुछ भी खुलकर कहने से इनकार कर दिया।
मालूम हो कि समाजवादी पार्टी की सरकार में अवैध खनन को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 2016 में यूपी में अवैध खनन की जांच के आदेश दिए। यूपी के सात प्रमुख जिलों में अवैध खनन की शिकायत इलाहाबाद कोर्ट को मिली थी। उस दौरान फतेहपुर, देवरिया, शामली, कौशांबी, सहारनपुर, सिद्धार्थनगर, हमीरपुर में अवैध खनन का मामला सामने आया था। हमीरपुर मामले में दो जनवरी, 2019 को सीबीआइ के डिप्टी एसपी केके शर्मा ने केस दर्ज कराया था। इसी केस में 5 जनवरी को सीबीआइ ने आइएएस बी. चंद्रकला के लखनऊ स्थित फ्लैट सहित 14 स्थानों पर छापेमारी की थी। ये छापेमारी कानपुर, लखनऊ, हमीरपुर, जालौन, नोएडा में भी हुई थी।