आरयू संवाददाता, लखनऊ। सरकारी सिस्टम की मनमानी से परेशान व लेखपाल पर प्रताड़ित करने का आरोप लगा सोमवार को लखनऊ में विधानसभा के सामने कन्नौज के रहने वाले युवक ने खुद को आग के हवाले कर दिया। ये देख पुलिस कर्मियों में अफरा-तफरी मच गई। जिसके बाद पुलिस ने कंबल से आग पर काबू पाते हुए युवक को सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया। जहां डॉक्टरों का कहना है कि युवक करीब 35 प्रतिशत तक झुलस चुका है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कन्नौज जिले के इंद्रगढ़ थाना क्षेत्र के गोदरा के निवासी उमाशंकर पुत्र रामशरण आज सुबह विधानसभा के सामने पहुंचा। इसके बाद उसने खुद पर पेट्रोल उड़ेलकर आग लगा ली। युवक को जलता देख वहां मौजूद पुलिसकर्मी दौड़े और उस पर कंबल डाला। 36 वर्षीय उमाशंकर को आनन-फानन में हजरतगंज स्थित सिविल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। जहां उसकी हालत फिलहाल स्थिर है। कमर के नीचे जलने की वजह से घायल युवक की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। हालांकि पुलिसकर्मियों ने तेजी नहीं दिखाई होती तो युवक की जान चली जाती।
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प्रभारी निरीक्षक हजरतगंज के मुताबिक पूछताछ में सामने आया कि उमाशंकर की जमीन का विवाद चल रहा है जिसमें लेखपाल को रिपोर्ट लगानी है, लेकिन लेखपाल लगातार टालमटोल कर रहा है। युवक ने लेखपाल की शिकायत कई उच्चाधिकारियों से की, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। इस पर उसने आत्मदाह करने का निर्णय लिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है। वहीं, कन्नौज के प्रशासन व पुलिस अधिकारियों से संपर्क किया गया है।
इस संबंध में पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उमाशंकर की पूछताछ मे व्यक्ति ने बताया कि जमीन पर अवैध कब्जा है जिसे हटाने के लिए उमाशंकर ने लेखपाल पुष्प कांत मिश्रा और प्रधान राज नारायण गुप्ता से शिकायत की थी, लेकिन आरोप है कि लेखपाल व प्रधान विपक्षी शिव कुमार को उसी का घर बनाने की मदद करते रहे। लेखपाल से प्रताड़ित और परेशान होकर आज सुबह वह रोडवेज बस से लखनऊ आया। फिर चारबाग से विधानसभा के पास पहुंचा और खुद को आग लगा ली। उसका इलाज सिविल हॉस्पिटल में चल रहा है।