आरयू ब्यूरो, लखनऊ। कृषि कानून व किसानों की स्थिति को लेकर रविवार को यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर हमला बोला है। अखिलेश ने कहा है कि सत्ता के अहंकार में भाजपा किसानों व देश के हर नागरिक की थाली का भी अपमान कर रही है। साथ ही कहा कि कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन का एक महीना पूरा हो गया है। भाजपा अपने प्रिय पूंजीपति मित्रों का समर्थन करते हुए ऐसे रास्ते पर चल पड़ी है जो किसान, मजदूर एवं निम्न मध्यम वर्ग के खिलाफ जाता हैं।
सपा मुखिया ने जारी अपने एक बयान में कहा कि कैसी विडम्बना है कि एक ओर तो भाजपा सरकार की ओर से आंदोलनकारी किसानों के बारे में तमाम अनर्गल आरोप लगाए जा रहे हैं, जबकि उनसे वार्ता की भी पेशकश की जा रही है। यह अपने अधिकारों के लिए सड़क पर बैठे किसानों का अपमान है। इतना ही नहीं ‘किसान सम्मान‘ की नाममात्र धनराशि देने की आड़ में काले कृषि कानून लागू कर उनका हजारो-लाखों का नुकसान करना चाहती है।
यह भी पढ़ें- अखिलेश ने कहा, वादा पूरा करने की जगह तीन कानून लाकर भाजपा सरकार ने रची किसानों को बर्बाद करने की साजिश
भाजपा पर हमला जारी रखते हुए अखिलेश ने कहा कि देश-प्रदेश में जबसे भाजपा सरकारें बनी हैं किसानों के लिए संकट के हालात बन गए हैं। किसानों को फसल का उचित दाम नहीं मिला। फसल बीमा योजना भी बीमा कम्पनियों की कारगुजारियों का शिकार बन गई है। यह किसान आंदोलन भाजपा सरकार की विफलता का जीवंत स्मारक है। समाजवादी पार्टी अन्नदाता के साथ खड़ी है।
गौरतलब है कि सपा सुप्रीमो के निर्देश पर अलग-अलग जनपदों के हजारों गांवों में समाजवादी किसान घेरा अभियान में आज तीसरे दिन भी विधायकों, सांसदों, पूर्व विधायकों, पूर्व सांसदों सहित पूर्व मंत्रियों, तथा जिलों के पदाधिकारियों ने सक्रिय भागीदारी निभाई। गांवों में अलाव पर चौपाल लगाकर किसानों के बीच उनकी समस्याओं पर भाजपा राज में बढ़ती परेाशनियों पर चर्चा की गई।