आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी को यूपी में बड़ा झटका लगा है। उत्तर प्रदेश के बहराइच से सांसद सावित्री बाई फूले ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। साथ ही बीजेपी पर समाज के बंटवारा करने की साजिश का आरोप भी लगाया है।
मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा देश को मनुस्मृति से चलाना चाहती है। इतना ही नहीं भाजपा दलित, पिछड़ा व मुस्लिम विरोधी है और आरक्षण खत्म करने की साजिश रच रही है। सावित्री ने आगे कहा कि भाजपा पर देश के संविधान को बदलने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि न तो संविधान लागू किया जा रहा है और न ही आरक्षण। केंद्र सरकार ने मेरी मांगों को ठुकराया है। क्योंकि सरकार दलित विरोधी है।
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हमला जारी रखते हुए सावित्री बाई ने कहा कि भाजपा बहुजनों के हित में कोई कार्य नहीं कर रही है। यहां तक कि समतामूलक समाज की स्थापना करने वाले बाबा साहब की प्रतिमा तोड़ने वालों के खिलाफ भी कोई कार्रवाई नहीं की गई।
बता दें कि सावित्री फुले की पहचान उत्तर प्रदेश में बीजेपी के एक बड़े दलित चेहरे के तौर पर है, हालांकि वह केंद्र और यूपी सरकार पर अक्सर निशाना साधती रही हैं। इससे पहले मंगलवार को फुले ने कहा था कि हनुमानजी दलित और मनुवादियों के गुलाम थे। उन्होंने कहा कि अगर लोग कहते है कि भगवान राम है और उनका बेड़ा पार कराने का काम हनुमानजी ने किया था, उनमें अगर शक्ति थी तो जिन लोगों ने उनका बेड़ा पार कराने का काम किया, उन्हें बंदर क्यों बना दिया? फुले का यह बयान योगी आदित्यनाथ द्धारा हनुमान जी को दलित बताने के बाद आया था।