आरयू ब्यूरो
लखनऊ। हजरतगंज इलाके में बुधवार को कर्नाटक कैडर के आईएएस अफसर अनुराग तिवारी की संदिग्ध हालात में हुई मौत के मामले में आज एसएसपी दीपक कुमार ने स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) का गठन किया है। सीओ हजरतगंज अविनाश मिश्रा को टीम की कमान सौंपी गई है, जबकि अपराधिक घटनाओं के खुलासे के मामले में तेज-तर्रार माने जाने वाले हजरतगंज, हसनगंज, गाजीपुर और मडि़यावं थाने के थानेदार टीम में शामिल किए गए हैं।
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एसआईटी घटना की जांच एक बार फिर नए सिरे से करने के साथ ही अफसर की मौत पर से पर्दा उठाने की कोशिश करेगी। एसएसपी ने मीडिया को बताया कि पुलिस गेस्ट हाउस के लोगों से एक बार फिर से पूछताछ करने के साथ ही अनुराग तिवारी वर्तमान में किन परिस्थितियों से गुजर रहे थे, इस पर भी जांच की जाएगी।
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साथ ही वह गेस्ट हाउस से क्यों और किन परिस्थितियों में निकले इसका जवाब तलाशने के अलावा पहेली बने कई अन्य सवालों को भी सुलझाने के लिए टीम को 72 घंटे का समय दिया गया है। टीम आईएएस अफसर अनुराग तिवारी समेत अन्य लोगों के कॉल डिटेल खंगालने के अलावा क्षेत्र के आसपास लगे सीसीटीव कैमरों के फुटेज की भी जांच करेगी।
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इसके साथ ही सीओ हजरतगंज ने बताया कि अनुराग तिवारी का विसरा, हार्ट और खून का सैंपल एफएसएल जांच के लिए भेज दिया गया है। उसकी रिपोर्ट आने पर काफी हद तक पुलिस को अहम जानकारी मिल जाएगी।
कर्नाटक की टीम ने भी शुरू की जांच
वहीं दूसरी ओर कर्नाटक से आज लखनऊ पहुंची तीन सदस्यी स्पेशल टीम ने भी अपने स्तर से कर्नाटक कैडर के आईएएस अनुराग तिवारी के मौत की जांच शुरू कर दी है।
बहराइच में हुआ अंतिम संस्कार
वहीं कल रात मां-बाप की तबियत घर पर सही नहीं होने की वजह से आज सुबह अनुराग तिवारी के परिजन व मित्र उनका शव पोस्टमॉर्टम हाउस से लेकर गृहनगर बहराइच के लिए रवाना हुए। बहराइच के स्वर्गधाम में उनका अंतिम संस्कार किया गया। मुखाग्नि सबसे बड़े भाई आलोक तिवारी ने दी।
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बतातें चले कि कल हजरतगंज के मीराबाई गेस्ट हाउस के पास सड़क पर आईएएस अफसर अनुराग तिवारी की लाश मिली थी। उनके ठुड्डी के नीचे चोट थी। सूचना पाकर बहराइच से राजधानी पहुंचे अनुराग के भाई आलोक, मयंक समेत अन्य परिजनों ने उनकी हत्या कराए जाने की बात कहते हुए पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट पर भी सवाल उठाएं थे। पोस्टमॉर्टम के दौरान भी घर के एक सदस्य ने सामने खड़े होने की बात कही थी, लेकिन मॉच्युरी में ऐसा करने से अधिकारियों ने मना कर दिया था। अनुराग तिवारी अपने दोस्त एलडीए वीसी प्रभु एन सिंह के साथ मीराबाई गेस्ट हाउस के एक कमरे बहराइच से आकर रूके हुए थे।