आरयू वेब टीम,
लखनऊ। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी(राकपा) ने उत्तर प्रदेश में होने वाले उपचुनावों में समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोक दल के उम्मीदवारों को समर्थन देने का ऐलान किया। राकापा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रमेश दीक्षित ने इस ऐलान के साथ ही मीडिया से कहा कि सभी लोकतांत्रितक दल भाजपा-संघ के सांप्रदायिक गठजोड़ को हराने के लिए एक मंच पर आएं।
आज अपने एक बयान में रमेश दीक्षित ने भाजपा और आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश के साथ ही देश से भी इस फासीवादी सांप्रदायिक निजाम को उखाड़ फेंकना आज की जरुरत है। मोदी और योगी सरकार हर मुद्दे पर फेल हो चुकी है। डॉ. रमेश दीक्षित ने नूरपुर विधानसभा क्षेत्र से उपचुनाव में समाजवादी पार्टी के नईमुल हसन को तो कैराना लोकसभा उपचुनाव में राष्ट्रीय लोकदल की प्रत्याशी तबस्सुम को बिना शर्त समर्थन देने की बात कही है।
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उम्मीदवारों के नाम वापस ले कांग्रेस
भाजपा विरोधी दलों की एकता की बात पर जोर देते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मौजूदा दौर में सभी राजनैतिक दलों की जिम्मेदारी बनती है कि वह भाजपा-संघ के गठजोड़ को परस्त करने में अपनी पूरी ताकत लगा दें। साथ ही उन्होंने कांग्रेस को भी मीडिया के माध्यम से सलाह देते हुए कहा कि कांग्रेस नेतृत्व को अपने दोनों उम्मीदवारों के नाम वापस लेते हुए लोकतांत्रितक सूबे से भाजपा को हारने की अपनी ऐतिहासिक जिम्मेदारी का निर्वाहन करना चाहिए।
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सचिन वालिया की हत्या पर जताया रोष
इस दौरान रमेश दीक्षित ने कानून-व्यवस्था को लेकर भी योगी सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने भीम आर्मी के सहारनपुर जिला अध्यक्ष कमल सिंह वालिया के भाई सचिन वालिया की हत्या पर रोष प्रकट करते हुए आरोप लगाया कि सहारनपुर समेत पूरे प्रदेश में सामंती अपराधियों को योगी सरकार का खुला संरक्षण प्राप्त है, दूसरी तरफ इन्साफ के लिए संघर्षरत लोगों के खिलाफ सत्ता संरक्षण में हमले हो रहे हैं।
सत्ता और RSS के इशारे पर मुसलमानों और दलितों को बनाया जा रहा निशाना
भीम आर्मी के नेताओं पर राष्ट्रीय सुरक्षा के नाम पर रासुका लगाकर जेल बंद किया जाना भी एक रणनीति का हिस्सा है, ताकि नाइंसाफी के खिलाफ कोई बोले नहीं। वहीं दूसरी तरफ सहारनपुर सहित पूरे सूबे में शासन-प्रशासन अपराधियों न सिर्फ बचा रहा बल्कि उनके सहयोगी की भूमिका निभा रहा है। सत्ता पक्ष और आरएसएस के इशारे पर मुसलमानों और दलितों को निशाना बनाया जा रहा है।
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