आरयू ब्यूरो, वाराणसी। घर से चोरी हुई भारत रत्न बिस्मिल्लाह खां की चार शहनाइयों को किसी और ने नहीं बल्कि उनके पोते ने ही चुराई थी। गलत संगत में पड़े पोते नजरे हसन उर्फ शादाब ने बेशकीमती शहनाइयों को मात्र 17000 में चौक इलाके के छोटी पियरी निवासी आभूषण दुकानदार पिता-पुत्र को बेच दी थी।
एसटीएफ की टीम ने सोमवार को मुखबिर की सूचना पर चौके क्षेत्र से ही घटना में शामिल तीनों आरोपितों को गिरफ्तार करते हुए राहत की सांस ली। टीम ने शादाब के पास से शहनाई को बेचकर कमाए गए 4200 रुपये और व्यापारियों के पास से शहनाइ को गलाकर जमा की गई करीब एक किलो चांदी बरामद की है व एक लकड़ी की शहनाइ बरामद की है, हालांकि लकड़ी की शहनाइ के ऊपर लगी चांदी भी लोभी बाप-बेटे ने गला दी थी।
बता दें कि बिस्मिल्लाह खां के बेटे व आरोपित शादाब के पिता नाजिम हुसैन की तहरीर पर पांच दिसंबर को चौक पुलिस ने पांच शहनाइयों के चोरी होने का मुकदमा दर्ज किया था। बताया गया था कि चोरी गई चांदी की तीन शहनाइयों को बिस्मिल्लाह खां को पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और पूर्व केंद्रिय मंत्री कपिल सिब्बल ने तोहफे में दी थी, जबकि चांदी चढ़ी लकड़ी की चौथी शहनाइ उस्ताद मोर्हरम की आठवीं और दसवीं तारीख जैसे खास मौके पर बजाते थे।