आरयू ब्यूरो, लखनऊ। तमाम अटकलों पर विराम लगाते हुए अयोध्या में मस्जिद के लिए मिली पांच एकड़ जमीन को लेकर सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने अपना फैसला सार्वजनिक कर दिया है। आज सूबे की राजधानी लखनऊ में चेयरमैन जुफर फारूकी की अध्यक्षता में हुई सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड की बैठक के बाद बताया गया है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद प्रदेश सरकार की ओर से दी गयी पांच एकड़ जमीन को स्वीकार कर लिया गया है। जमीन पर मस्जिद के साथ ही चैरिटेबल अस्पताल, पब्लिक लाइब्रेरी व इस्लामिक सेंटर की स्थापना की जाएगी।
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आज इस बारे में मीडिया को जानकारी देते हुए चेयरमैन जुफर फारूकी ने बताया कि मस्जिद के लिए ट्रस्ट का गठन होगा। जिसके बाद ट्रस्ट ही मस्जिद के नाम क्षेत्रफल व अन्य बिन्दुओं पर फैसला लेगा।
वहीं आज बैठक में वक्फ बोर्ड के कुल आठ में से दो सदस्यों के नहीं पहुंचने को लेकर भी चर्चाओं का बाजार गर्म रहा। हालांकि एक सदस्य के बारे में जुफर फारूकी ने कहा कि वह साल 2010 से बैठक में हिस्सा नहीं ले रहें हैं, जबकि दूसरे सदस्य क्यों नहीं आए इस बारे में वह खुद ही बता सकते है।
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इस दौरान अयोध्या से काफी दूर रौनाही में जमीन दिए जाने के फैसले पर भी उन्होंने संतोष जताते हुए कहा कि जमीन जहां दी गयी वहां मुस्लिमों की आबादी है इसलिए मस्जिद बनाने में दिक्कत नहीं है।
बैठक में अदनान फरूक शाह, जुनैद सिद्दीकी, सैयद अहमद अली, अबरार अहमद, जुनैद अहमद मौजूद रहें। वहीं अब्दुल रज्जाक खान और इमरान माबूद बैठक में नहीं पहुंचें।