आरयू वेब टीम।
भारत में बच्चों के लिए जानलेवा साबित हो चुके ऑनलाइन कंप्यूटर एवं मोबाइल गेम ‘ब्लू व्हेल चैलेंज’ पर पूरी तरह से शिकंजा कसने की मोदी सरकार ने तैयारी कर ली है। केंद्र सरकार ने इस खतरनाक खेल के दुष्प्रभावों की शिकायतों के बाद प्रमुख सर्च इंजन गूगल समेत और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को यह गेम डाउनलोड करने संबंधी लिंक हटाने को कहा है। इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने सर्च इंजन गूगल इंडिया, माइक्रोसॉफ्ट इंडिया और याहू इंडिया के अलावा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप को ब्लूव्हेल चैलेंज गेम को डाउनलोड करने की सुविधा या इससे जुड़ा कोई लिंक अपने प्लेटफॉर्म से तुरंत हटाने को कहा है।
बता दें कि सुसाइड गेम के नाम से विदेशों में मशहूर ‘ब्लू व्हेल चैलेंज’ गेम ने भारत में भी तेजी से जड़ जमाना शुरू कर दिया है। इस गेम को खेलते हुए आत्महत्या के लिए प्रेरित बच्चों के भारत में जान देने के मामले सामने आ रहे है। इसके अलावा इससे बच्चों की मानसिक स्थिति भी बिगड़ रही है। अभी कल की ही बात है कि लखनऊ के आलमनबाग के सिंगारनगर निवासी गुरमीत सिंह का दस साल का बेटा इस कदर डर गया कि वह अपने मां-बाप से भी डरकर इधर-उधर भागने लगा। पहले तो मामला घरवालों को समझ नहीं आया। बाद में घर के मोबाइल से पड़ताल में ऑनलाइन गेम ‘ब्लू व्हेल चैलेंज’ खेलने की बात सामने आई। फिलहाल बच्चे को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उसका इलाज चल रहा है।
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मंत्रालय के वरिष्ठ निदेशक अरविंद कुमार द्वारा जारी निर्देश में ब्लू व्हेल चैलेंज गेम के अलावा इससे मिलते जुलते नाम वाले ऑनलाइन गेम के लिंक भी हटाने को कहा गया है। इस गेम को खेलने वाले बच्चों में आत्महत्या की प्रवृत्ति पनपने की घटनाओं की शिकायतों के बाद केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र सहित अन्य राज्य सरकारों की मांग पर केन्द्र सरकार ने ‘ब्लू व्हेल चैलेंज’ पर रोक लगाई है। इससे पहले केन्द्रीय मंत्री मेनका गांधी ने भी सरकार से इस गेम को प्रतिबंधित करने की मांग की थी।
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मंत्रालय ने इस गेम पर रोक लगाने के साथ ही सभी सर्च इंजन और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को ब्लूव्हेल गेम को डाउनलोड करने का लिंक हटाने के निर्देश दिए हैं, जिससे इसका इस्तेमाल या सर्च करना मुमकिन न हो। एक अधिकारी ने बताया कि इस गेम पर प्रतिबंध की आशंका को देखते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पहले ही कई छद्म या प्रॉक्सी यूआरएल या आईपीएड्रेस बना लिए गए हैं। इसके मद्देनजर ही सरकार ने अपने निर्देश में सर्च इंजन और सोशल मीडिया वेबसाइट से ब्लूव्हेल चेलैंज गेम से मिलते जुलते नाम वाले या यूआरएल वाले गेम के लिंक भी हटाने को कहा है।
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