आरयू वेब टीम। लंबे समय से महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे की कुर्सी पर मंडरा रहे खतरे के बीच चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र में विधान परिषद की खाली सीटों पर विशिष्ट निर्देशों के साथ चुनाव कराने को मंजूरी दे दी है। आयोग ने शुक्रवार को ट्वीटर पर यह जानकारी दी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के अनुरोध पर आयोग ने कोरोना संकट के मद्देनजर चुनाव कराने पर लगाई गई पाबंदी में विशेष परिस्थितियों का हवाला देते हुए ढील देने का फैसला किया है। आयोग ने ट्वीट कर कहा कि महाराष्ट्र विधान परिषद की रिक्त सीटों पर कोरोना के मद्देनजर विशिष्ट दिशानिर्देशों के तहत चुनाव कराया जाएगा। उल्लेखनीय है कि ये सीटें 24 अप्रैल को खाली हुईं थीं। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के राज्य विधानमंडल का सदस्य बनने की संवैधानिक अनिवार्यता को देखते हुए आयोग ने यह फैसला किया है।
चुनाव आयोग ने ये भी कहा कि चुनाव के दौरान कोविड-19 के खिलाफ सुरक्षा के लिए आवश्यक दिशा-निर्देशों को सुनिश्चित किया जाना चाहिए। इस संबंध में जल्द ही अधिसूचना जारी कर दी जाएगी और 21 दिनों के अंदर चुनाव को संपन्न करा लिया जाएगा। सारी प्रक्रिया 27 मई तक पूरी हो जाएगी।
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आयोग के इस फैसले से ठाकरे के लिए वाया विधान परिषद, विधायक बनने का रास्ता साफ हो जाएगा। संविधान के मुताबिक उनके लिए मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के छह महीने के भीतर विधानमंडल के किसी सदन का सदस्य बनने की अनिवार्य समय-सीमा इस महीने के अंत में समाप्त हो रही है।
कोरोना संकट के कारण विधानसभा की किसी सीट पर उपचुनाव संभव नहीं होने के कारण ठाकरे ने राज्यपाल कोटे की विधान परिषद सीट पर उन्हें मनोनीत करने का कोश्यारी से अनुरोध किया था। राज्य विधान परिषद में राज्यपाल कोटे की दो सीट सुरक्षित हैं। हालांकि राज्यपाल ने उद्घव ठाकरे को मनोनीत करने के बजाय आयोग से विधान परिषद की रिक्त सीटों पर चुनाव कराने का अनुरोध किया है।