आरयू ब्यूरो, लखनऊ। प्रयागराज में बीते दिनों हुए उमेश पाल हत्याकांड को लेकर फंसे अतीक अहमद और उसके परिवार की मुश्किलें बढ़ती दिखाई दे रही हैं। हत्याकांड की एफआइआर में शाइस्ता परवीन का नाम शामिल होने पर मायावती ने आज साफ कहा कि अतीक अहमद और उनका परिवार उमेश पाल हत्याकांड का दोषी पाया जाता है तो अतीक की पत्नी शाइस्ता को बसपा से निष्काषित कर दिया जाएगा।
इस बारे में मायावती ने सोमवार को एक के बाद एक चार-पांच ट्वीट कर कहा कि प्रयागराज में राजू पाल की वर्षाे पहले हुई हत्या के मुकदमे का अहम गवाह अधिवक्ता उमेश पाल व उनके गनर की हत्या के मामले में अतीक अहमद के लड़के एवं उनकी पत्नी के ऊपर एफआइआर दर्ज किये जाने की भी सूचना प्रकाशित हुई है।
मायावती ने दूसरे ट्वीट में स्पष्ट किया कि बीएसपी ने इसका गमंभीरता से संज्ञान लेते हुये यह निर्णय लिया है कि इस मामले की चल रही जांच में, इनके दोषी साबित होते ही फिर श्रीमति शाइस्ता परवीन पत्नी अतीक अहमद को पार्टी से जरूर निष्कासित कर दिया जायेगा।
बसपा सुप्रीमो ने तीसरे ट्वीट में समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि यह बात भी सर्वविदित है कि अतीक अहमद समाजवादी पार्टी का ही प्रोडक्ट है, जिस पार्टी से वह एमपी व एमएलए आदि भी रहा है तथा अब राजू पाल की पत्नी भी बीएसपी से सपा में चली गयी है, जिस पार्टी को वह मुख्य दोषी ठहराती थी। अतः इसकी आड़ में कोई भी राजनीति करना ठीक नहीं।
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वहीं अपने अंतिम ट्वीट कर बसपा मुखिया ने कहा कि यह भी विदित है कि किसी भी अपराध की सजा, बीएसपी द्वारा, उनके परिवार व समाज के किसी भी निर्दाेष व्यक्ति को नहीं दी जाती है, किन्तु यह भी सच है कि पार्टी किसी भी जाति व धर्म के आपराधिक तत्व को बढ़ावा भी नहीं देती है।
बता दें कि साल 2005 में बसपा के तत्कालीन विधायक राजू पाल की हत्या के मामले में अहम गवाह रहे उमेश पाल और उसके सुरक्षाकर्मी की बीती 24 फरवरी को प्रयागराज में दिनदहाड़े बम और गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। माफिया अतीक अहमद राजू पाल हत्याकांड का मुख्य अभियुक्त है और वह इस वक्त गुजरात की एक जेल में बंद है।