आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी की बागपत जेल में हुई सनसनीखेज हत्या को लेकर योगी सरकार घिरती नजर आ रही है। हत्या के बाद लगातार विरोधी दल योगी सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाने के साथ ही हत्या की सीबीआइ जांच कराने की मांग कर रहें हैं। वहीं मंगलवार को यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यूपी में कानून बचा है न व्यवस्था हर तरह दहशत का माहौल है। जनता डरी-सहमी है।
आज सुबह अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए कहा कि आज यूपी में न तो कानून बचा है न व्यवस्था। हर तरफ दहशत का वातावरण है। बजरंगी की हत्या को लेकर अखिलेश ने आगे लिखा कि अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि वो जेल तक में हत्याएं कर रहे हैं।
अखिलेश ने योगी सरकार को घेरते हुए कहा कि ये सरकार की विफलता है। प्रदेश की जनता इस भय के माहौल में बहुत डरी-सहमी है। प्रदेश ने ऐसा कुशासन व अराजकता का दौर पहले कभी नहीं देखा।
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बताते चलें कि पेशी के लिए बागपत पहुंचे माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी की सोमवार के तड़के बागपत जेल में गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गयी थी। हत्या के पीछे सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि घटना से दस दिन पहले ही मुन्ना बजरंगी की पत्नी सीमा सिंह ने सूबे की राजधानी लखनऊ में प्रेसवार्ता कर मुन्ना बजरंगी की बागपत में हत्या किए जाने की आशंका जता दी थी।
इतना ही सीमा सिंह ने इसमें एसटीएफ के अफसरों के अलावा सत्ता में बैठे लोगों के भी शामिल होने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सुरक्षा की गुहार लगायी थी। उसके बाद भी पुलिस और प्रशासन के अधिकारी हाथ पर हाथ धरे बैठे रहें और सोमवार की तड़के पश्चिमी यूपी के एक बदमाश सुनील राठी ने मुन्ना बजरंगी को जेल में ही गोलियों से भून दिया।
आज यूपी में न तो क़ानून बचा है न व्यवस्था. हर तरफ़ दहशत का वातावरण है. अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि वो जेल तक में हत्याएं कर रहे हैं. ये सरकार की विफलता है. प्रदेश की जनता इस भय के माहौल में बहुत डरी-सहमी है. प्रदेश ने ऐसा कुशासन व अराजकता का दौर पहले कभी नहीं देखा.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 10, 2018