आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। बार-बार विभिन्न परीक्षाओं के पेपर लीक होने और भर्ती के मामले को लेकर विरोधियों के निशाने पर रही योगी सरकार ने यूपी पुलिस में सिपाहियों की भर्ती का रास्ता साफ कर दिया है। गुरुवार को प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार और डीजीपी ओपी सिंह ने एक संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस कर सिपाहियों की भर्ती के बारे में मीडिया को पूरी जानकारी दी है।
प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार ने बताया कि सिपाही के 51,216 पदों के लिए डीजीपी की ओर से उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड को बुधवार को प्रस्ताव भेज दिया गया है। जिसमें 32,000 नागरिक पुलिस के और 19,216 पीएसी के पद होंगे। नागरिक पुलिस के लिए 20 प्रतिशत पद महिलाओं के लिए आरक्षित रखा गया है। जिसके तहत 6400 महिला सिपाही और 25,600 पुरुष सिपाही के पदों के लिए आवेदन किए जा सकेंगे। यह प्रक्रिया एक नवंबर से शुरू कर दी जाएगी।
प्रमुख सचिव ने बताया कि 56,808 सिपाहियों की भर्ती का जून 2019 के तीसरे हफ्ते में फाइनल रिजल्ट आ जाएगा। इस भर्ती में 51,216 सिपाही, 3668 जेल वार्डर और 1924 फायरमैन भर्ती होंगे। साथ ही यह भी बताया कि चार व पांच जनवरी को नई भर्ती की परीक्षा होगी। इस भर्ती का रिजल्ट जून 2019 के तीसरे हफ्ते में आएगा।
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उन्होंने आगे कहा कि फायरमैन के 1924 पदों पर भर्ती के लिए पांच नवंबर को विज्ञापन जारी किया जाएगा। अगले साल जुलाई में फायरमैन का फाइनल रिजल्ट आएगा। वहीं कारागार विभाग में 3638 वार्डर पद पर भर्ती होगी। इसी में 280 पदों पर घुड़सवार पुलिस में भर्ती होगी।
परीक्षा भर्ती पर होगी एसटीएफ की नजर
भर्ती प्रक्रिया की जानकारी देते हुए प्रमुख सचिव ने बताया कि भर्ती में सिर्फ लिखित परीक्षा होगी। इंटरव्यू नहीं होगा। भर्ती एजेंसियों के माध्यम से की जाएगी। परीक्षा के दौरान मजिस्ट्रेट और पुलिस बल भी तैनात किए जाएंगे। इतना ही नहीं पूरी प्रक्रिया में कोई गड़बड़ी न हो, इसके लिए एसटीएफ भी भ परीक्षा पर नजर रखेगी।
प्रमुख सचिव ने परीक्षा शेड्यूल के बारे में बताया कि 25 अक्टूबर को एक पाली में दोपहर बाद तीन बजे से पांच बजे के मध्य और 26 अक्टूबर को दो पाली में 10 से 12 और तीन से पांच बजे के बीच कराई जाएगी। यह परीक्षा 16 जिलों के 482 केंद्रों पर आयोजित की जाएगी। हर पाली में 3.25 लाख अभ्यर्थियों के बैठने की व्यवस्था की गई है।
वहीं अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्रों के बारे में तीन दिन पहले भर्ती बोर्ड की वेबसाइट के माध्यम से सूचित किया जाएगा। लिखित परीक्षा का परिणाम एक दिसंबर को और चयन सूची (अंतिम परिणाम) 15 दिसंबर को घोषित की जाएगी।
बेहतर पुलिसिंग है वर्तमान सरकार की प्राथमिकता
इस दौरान प्रमुख सचिव ने कहा कि वर्तमान सरकार की प्राथमिकता बेहतर पुलिसिंग है। इसके लिए भर्ती, शस्त्र स्तर पर काम हो रहा है। संख्या बल बढ़ाना अहम प्राथमिकता है, इसलिए भर्ती जरूरी है। कम फोर्स की वजह से छुट्टी, ज्यादा काम, तनाव होता है। उन्होंने कहा कि हमारे पास मैन पॉवर की कमी है। मैन पॉवर की कमी के चलते ट्रेनिंग भी नहीं हो पाती है। वर्तमान में हमारे पास 2.29 लाख पुलिस, पीएसी की उपलब्धता है। हमारे 32 हजार सिपाही ट्रेनिंग कर रहे हैं। हमारे पास 97 हजार सिपाहियों की कमी है, जिसे हम इन दो भर्तियों से पूरा कर लेंगे।
प्रेस कांफ्रेंस में मौजूद डीजीपी ओपी सिंह ने भर्ती के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश में इस समय 42 प्रतिशत सिपाहियों की कमी है। यूपी पुलिस में 97 हजार सिपाहियों की कमी है। एसटीएफ अब साल्वर्स को पकड़ता है। चार जनवरी से 10 जनवरी तक इन भर्तियों की परीक्षा होगी। तय चरण में परीक्षा करना चुनौती है। उन्होंने कहा कि जून, जुलाई 2019 तक यूपी पुलिस के कुल 97 हजार सिपाहियों की भर्ती हम पूरी कर लेंगे।
25 से 30 लाख आवेदन आने की संभावना
साथ ही डीजीपी ने यह भी बताया कि इस भर्ती में 25 से 30 लाख आवेदन आने की संभावना है। प्रदेश में इस समय 29 हजार सिपाही ट्रेनिंग कर रहे हैं। वहीं 3828 पीएसी के सिपाही ट्रेनिंग कर रहे हैं। सिर्फ छह हजार सिपाहियों की ट्रेनिंग की परमानेंट व्यवस्था है। बाकी सिपाहियों की हम अन्य राज्यों में ट्रेनिंग करवाएंगे।
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