UP सरकार जो चाहे कार्यवाही करे, इंदिरा गांधी की पोती हूं, विपक्ष के कुछ नेताओं की तरह BJP की प्रवक्‍ता नहीं: प्रियंका

प्रियंका गांधी

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। कोरोना संक्रमण के कारण आगरा में मौतों के आकंड़े व कानपुर के शेल्टर होम में कई बच्चियों के कोरोना संक्रमित होने को लेकर कांग्रेस महासचिव के बयान पर आगरा प्रशासन के साथ ही बाल संरक्षण आयोग ने प्रियंका गांधी को नोटिस भेजा है। इस पर शुक्रवार को प्रियंका जवाब दिया है। उन्‍होने यूपी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वह इंदिरा गांधी की पोती हैं, कोई अघोषित भाजपा प्रवक्ता नहीं, सरकार जो चाहे कार्यवाही करे।

प्रियंका गांधी ने आज सोशल मीडिया के माध्‍यम से ट्वीट कर योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जनता के एक सेवक के रूप में मेरा कर्तव्य यूपी की जनता के प्रति है, और वह कर्तव्य सच्चाई को उनके सामने रखने का है। किसी सरकारी प्रॉपगैंडा को आगे रखना नहीं है। यूपी सरकार अपने अन्य विभागों द्वारा मुझे फिजूल की धमकियां देकर अपना समय व्यर्थ कर रही है

उन्‍होंने आगे कहा कि, जो भी कार्यवाही करना चाहते हैं, बेशक करें। मैं सच्चाई सामने रखती रहूंगी। मैं इंदिरा गांधी की पोती हूं, कुछ विपक्ष के नेताओं की तरह भाजपा की अघोषित प्रवक्ता नहीं।

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बता दें कि उत्तर प्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को नोटिस भेजकर उनसे कानपुर के बालिका गृह को लेकर फेसबुक पर की गई टिप्पणी का तीन दिन के अंदर खंडन करने को कहा है। साथ ही, चेतावनी दी है कि अगर समय से खंडन न किया गया तो बाल अधिकार संरक्षण आयोग अधिनियम -2005 की धारा-13 की उपधारा -1 (जे) के साथ धारा-14 व 15 के तहत उचित कार्यवाही की जाएगी।

आयोग के अध्यक्ष डा. विशेष गुप्ता ने इस बारे में बताया है कि कानपुर के स्वरूपनगर स्थित बाल गृह (बालिका) में 171 बालिका निरुद्ध हैं। जिसमें 63 नाबालिग बालिकाएं पॉक्सो एक्ट के तहत निरूद्ध हैं। इन्हें कानपुर, एटा, आगरा,कन्नौज व फिरोजाबाद की बाल कल्याण समितियों ने सुरक्षा एवं संरक्षण के लिए कानपुर भेजा है।

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उन्होंने कहा है कि कांग्रेस महासचिव द्वारा अपने फेसबुक पेज पर भ्रामक व तथ्यविहीन पोस्ट लिखी गई। उनकी पोस्ट का आयोग ने स्वत: संज्ञान लिया है। इस पोस्ट में मुजफ्फरपुर और देवरिया में घटित घटनाओं से जोड़ा गया है। उनकी यह पोस्ट भ्रामक व साक्ष्यविहीन है। साथ ही, सुनियोजित तरीके से नाबालिग बालिकाओं के सम्मान को ठेस पहुंचाने का कुत्सित प्रयास है। इससे नाबालिग बच्चियों को बेहद मानसिक पीड़ा हुई है।

वहीं इससे पहले, आगरा में कोरोना से हुई मौतों को लेकर प्रियंका गांधी के एक ट्वीट को वहां के डीएम ने मंगलवार को कांग्रेस महासचिव को नोटिस दिया था। साथ ही इसका खंडन करने की भी बात कही थी।

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