आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। मंगलवार से शुरू हो रहे यूपी विधानमंडल के शीतकालीन सत्र से पहले आज विधान भवन में सर्वदलीय बैठक बुलायी गयी। बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने कल से शुरू होने वाले सत्र को सभी दलों से सही ढ़ग से चलने देने की अपील की। बैठक में सभी दलों में सत्र को बेहतर ढंग से चलाने पर सहमति भी बनी है।
बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम चाहते है सदन व्यवस्थित रूप से चले। जनता की समस्याएं सदन के सामने विधायकगण रखें और उसका समाधान निकले। सदन में आरोप-प्रत्यारोप, टोका-टोकी होती है। इससे विधायकों को सदन में अपनी बात कहने पर्याप्त का अवसर नहीं मिल पाता। साथ ही कार्यवाही बाधित होने से जनप्रतिनिधियों का जनता के बीच गलत संदेश जाता है। योगी ने दलीय नेताओं से अपील की कि मुद्दों एवं तथ्यों पर आधारित सभी महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा करें, सरकार हर तरह से उनके समाधान व चर्चा के लिए तत्पर है।
विधान सभा अध्यक्ष ने कि व्यक्तिगत आक्षेप से बचाने की अपील
विधान सभा अध्यक्ष ने सभी दल के नेताओं से अनुरोध किया की वे अपना-अपना पक्ष सदन में शालीनता व संसदीय मर्यादा के साथ रखे। प्रेमपूर्ण वातावरण में सदन में बहस हो। उन्होंने सदन में चर्चा के दौरान सदस्यों को व्यक्तिगत आक्षेप से बचाने की अपील की। साथ ही इस बात पर संतोष भी प्रकट किया की पिछले सत्र में एक-दो मौकों को छोडकर सदन बहुत व्यवस्थित ढंग से चला।
बीमार चल रहे नेता विरोधी दल रामगोविंद चौधरी की जगह बैठक में इकबाल महमूद, बहुजन समाज पार्टी के लाल जी वर्मा और कांग्रेस के नेता अजय कुमार लल्लू, अपना दल एस के नेता नील रतन पटेल व संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने भी अपने विचार रखे। साथ ही सदन की कार्यवाही को व्यवस्थित ढंग से चलाने में हर तरह से सहयोग देने का आश्वासन दिया। बैठक में यूपी विधानसभा के प्रमुख सचिव, प्रदीप कुमार दुबे व अन्य अधिकारी भी मौजूद रहें।
बैठक के बाद हृदय नारायण दीक्षित ने मीडिया को बताया की बैठक में 18 से 21 दिसंबर तक घोषित कार्यक्रमों पर चर्चा हुई। पहले दिन विधानसभा सदस्य स्व. रामकुमार पटेल, पूर्व सीएम स्व. नारायण दत्त तिवारी व अन्य भूतपूर्व विधान सदस्यों को श्रद्धांजलि देने के बाद सदन स्थगित कर दिया जाएगा।
अगले दिन 19 दिसंबर को 12:20 बजे अनुपूरक बजट रखा जाएगा। जबकि 21 दिसंबर को सदन में लंबित 103 के संकल्पों पर चर्चा कराई जाएगी। बाकी कार्यक्रमों के लिए कार्य मंत्रणा फिर बैठेगी।