आरयू वेब टीम। कोरोना संक्रमण को लेकर यूपी समेत देशभर में हालात पूरी तरह फिलहाल समान्य होते नजर नहीं आ रहें हैं। हाल के दिनों में एक बार फिर जहां कोरोना संक्रमितों के नए मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी देखी जा रही है। वहीं इन हालातों के बीच इस साल यूपी शिक्षक पात्रता परीक्षा-2020 को लेकर शिक्षा विभाग की मंशा सामने आ गयी है। लंबे समय से दुविधा में चल रहे अभ्यर्थियों इससे कुछ झटका जरूर लगेगा, हालांकि कोरोना संक्रमण के फैलाव को देखते हुए इस साल टीईटी की परीक्षा नहीं कराई जाएगी।
वहीं इस बारे में परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव की ओर से करीब दो महीना पहले ही शासन को टीईटी-2020 कराने का प्रस्ताव दिया गया था, लेकिन शासन ने इसको कराने की अब तक मंजूरी नहीं दी है।
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शिक्षा विभाग के अधिकारी के अनुसार टीईटी में लगभग 15 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी शामिल होते हैं, कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच इतनी बड़ी परीक्षा का आयोजन कराना काफी चुनौतीपूर्ण व जोखिम भरा काम है।
इतनी भारी संख्या में अभ्यर्थियों के परीक्षा केंद्र पहुंचने, परीक्षा केंद्रों पर सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बैठने की व्यवस्था सहित अन्य संक्रमण से बचाव की व्यवस्था करना मुश्किल भरा काम है, लिहाजा शासन फिलहाल टीईटी कराने के पक्ष में नहीं है।
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परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव अनिल भूषण चतुर्वेदी ने मीडिया को बताया है कि शासन की ओर से टीईटी कराने पर निर्णय नहीं किया गया है। टीईटी कराने के लिए कम से कम तीन महीने का समय आवश्यक है। उनका कहना है कि 2020 में टीईटी कराना संभव नहीं है, 2020 की टीईटी को शासन की मंजूरी मिलने पर अगले साल 2021 में कराई जा सकती है।