सरकार के इशारे पर हो रहीं हत्‍याएं, उत्‍तर प्रदेश बन रहा “हत्‍या का प्रदेश”: अखिलेश

हत्‍या का प्रदेश
जनेश्वर मिश्रा को श्रद्धांजलि अर्पित करते अखिलेश यादव साथ में सपा नेता व कार्यकर्ता।

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। उत्‍तर प्रदेश की कानून-व्‍यवस्‍था को लेकर आज एक बार फिर सपा अध्‍यक्ष अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर हमला बोला है। सोमवार को समाजवादी चिंतक जनेश्‍वर मिश्र की 86वीं जयंती के मौके पर उन्‍हें याद करने गोमतीनगर स्थित जनेश्‍वर मिश्र पार्क पहुंचे अखिलेश यादव ने कहा कि आज लोकतंत्र खतरे में है। आम लोगों की आजादी छीनी जा रही है। नेताओं को नजर बंद करना, धमकी दिलाना और ताकतवर बनने के लिए संवैधानिक संस्थाओं पर कब्जा करना ये सब भाजपा के अलोकतांत्रिक तरीके हैं। भाजपा सरकार ने किसानों को, व्यापारियों को, नौजवानों को जो सपने दिखाए थे वे कहां पूरे हुए?

योगी सरकार को निशाने पर लेते हुए यूपी के पूर्व सीएम ने कहा कि उत्तर प्रदेश में हत्या, लूट, बलात्कार की घटनाओं की बाढ़ आ गई है। इतनी घटनाएं पहले कभी नहीं हुई। राजनीति से प्रेरित सरकार के इशारे पर हत्याएं हो रही है। उत्तर प्रदेश ‘‘हत्या का प्रदेश‘‘ बन रहा है।

दूसरों के दुःख से दुःखी होता है योगी

सीएम पर तंज कसते हुए अखिलेश ने कहा कि योगी को सत्य बोलना चाहिए। योगी वह होता है जो दूसरों के दुःख से दुःखी हो। अब यह तो बताना चाहिए कि सोनभद्र में किसके दबाव में जमीन का दाखिल-खारिज हुआ। जब वहां के एक जनप्रतिनिधि तथा आदिवासियों के वकील ने शिकायत की तो मुख्यमंत्री ने कोई कार्यवाही क्यों नहीं की? यह सरकार की जिम्मेदारी है कि सबके साथ न्याय हो।

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नौ अगस्त को लोकतंत्र बचाने के लिए धरना देगी सपा

योगी सरकार के खिलाफ ऐलान करते हुए इस दौरान सपा अध्‍यक्ष ने कहा कि हमें एकजुट होकर संघर्ष करना होगा। आगामी नौ अगस्त को सपा लोकतंत्र बचाने के लिए धरना देगी। जिसमें किसानों, नौजवानों, गरीबों, अल्पसंख्यकों के साथ होने वाले जोर-जुल्म तथा निर्दोषों के उत्पीड़न के मुद्दों को सामने रखा जाएगा।

जनेश्‍वर मिश्रा ने कभी नहीं किया सिद्धांतो से समझौता

वहीं जनेश्‍वर मिश्रा के चित्र पर माल्‍यर्पण कर उन्‍हें याद करते हुए अखिलेश ने कहा कि जनेश्‍वर मिश्र ने गांव-गरीब के विचारों और समस्याओं को संसद तक पहुंचाया था। संसद में उनको सभी लोग सुनने आते थे। उन्‍होंने किसानों, नौजवानों, कमजोर वर्ग के लोगों की समस्याओं को लेकर भी संघर्ष किया। वे कुशल वक्‍ता के साथ-साथ ऐसे कर्मठ संगठनकर्ता भी थे, जिसने कभी सिद्धांतो से समझौता नहीं किया।

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कार्यक्रम के दौरान नेता विरोधी दल विधानसभा रामगोविन्द चौधरी, नेता प्रतिपक्ष विधान परिषद अहमद हसन, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेंद्र चौधरी, पूर्व सांसद धर्मेन्द्र यादव, एसआरएस यादव, अरविन्द कुमार सिंह, आनन्द सिंह भदौरिया, जूही सिंह, अजीमुल हक पहलवान, शशांक यादव समेत सपा के अन्‍य नेता व सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहें।