किसानों की खुदकुशी और मायावती के इस्‍तीफे को लेकर विपक्ष ने राज्‍यसभा में किया हंगामा

राज्यसभा

आरयू ब्‍यूरो,

नई दिल्ली। संसद के मानसून सत्र के तीसरे दिन की शुरूआत हंगामें के साथ हुई, जिसकी वजह मायावती के इस्तीफा देने की घटना के साथ ही किसानों की आत्‍महत्‍या जैसे कई मुद्दे रहे। संसद शुरू होते ही लोकसभा में विपक्ष लगातार नारेबाजी करते रहे, जिसके चलते कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। वहीं राज्‍यसभा में भी हंगामा जारी रहा। विपक्ष ने यहां किसानों की आत्‍महत्‍या का मुद्दा उठाते हुए अन्‍य कई मुद्दों पर बहस की मांग की।

यह भी पढ़ें- मायावती ने दिया राज्‍यसभा से इस्‍तीफा, बोली दलितों का मुद्दा नहीं उठा सकती तो सदस्‍य बनने का क्‍या औचित्‍य

संसद के दोनों सदनों में आज मायावती का इस्तीफा, भीड़ द्वारा पीट-पीट मार डालने की घटनाएं (मॉब लिंचिंग) और दलितों के मुद्दे को उठाया। सदन की कार्यवाही शुरू होने पर लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने पहले भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल की रूस यात्रा की जानकारी दी और कहा कि उनके नेतृत्व में हुई इस यात्रा से दोनों महान देशों के बीच मैत्रीपूर्ण स्थिति मजबूत हुई है, जिसके बाद जैसे ही अध्यक्ष ने प्रश्‍नकाल शुरू करने को कहा वैसे ही विपक्षी सदस्यों ने प्रश्‍नकाल रद्द करके किसानों के मुद्दे पर तुरंत चर्चा कराने की मांग की।

 जवान शहीद हो रहे, किसान कर रहें आत्‍महत्‍या, किस बात का जश्‍न मना रही मोदी सरकार: राहुल गांधी

कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, वामदल, राष्ट्रीय जनता दल समेत अन्‍य पार्टी के सदस्यों ने आसन के सामने आकर नारेबाजी शुरू कर दी। हंगामे को देख संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने कांग्रेस के नेता मल्लिकाजुर्न खड़गे से कहा कि कृषि संकट के बारे में सदन की कार्यसूची में नियम 193 के तहत चर्चा सूचीबद्ध है, जिसमें विपक्ष किसानों के संकट, उनकी चुनौतियों पर चर्चा करे।

यह भी पढ़ें- बेरोजगारों, किसानों पर ध्‍यान देने की जगह योग पर सरकारी धन-संसाधन खर्च कर रही बीजेपी सरकारें: मायावती

मगर विपक्षियों ने किसानों को गोली मारना बंद करो, झूठे वादे बंद करो, एमएसपी का क्या हुआ’ आदि नारे लगाना जारी रखा, जिसको देखते हुए सदन की कार्यवाही को 12 बजे तक स्थगित कर दिया गया।

यह भी पढ़ें- चीन की गुंडई पर राहुल ने पूछा, चुप क्यों हैं हमारे प्रधानमंत्री